Sunita Williams Return On Earth : सुनीता विलियम्स की पृथ्वी पर सुरक्षित वापसी के लिए उनके पैतृक गांव में की जा रही प्रार्थना
मेहसाणा, 18 मार्च (भाषा)
Sunita Williams Return On Earth : नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स के गुजरात स्थित पैतृक गांव के निवासी धरती पर उनकी सुरक्षित वापसी की उत्सुकता से प्रतीक्षा कर रहे हैं और इसके लिए प्रार्थना कर रहे हैं।
गांववालों ने विलियम्स की धरती पर वापसी होने पर बुधवार सुबह दिवाली जैसा उत्सव मनाने की योजना बनाई है। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर 9 महीने रहने के बाद विलियम्स का पृथ्वी पर लौटने का कार्यक्रम है। विलियम्स के पैतृक गांव के निवासी उनकी सुरक्षित वापसी की उत्सुकता से प्रतीक्षा कर रहे हैं। इसके लिए प्रार्थना कर रहे हैं। मेहसाणा जिले में झूलासण गांव के निवासी उत्साह से भरे हुए हैं। यह गांव विलियम्स के पिता दीपक पांड्या का पैतृक गांव है।
गांव वाले विलियम्स की सुरक्षा के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। उस 'अखंड ज्योत' की देखरेख कर रहे हैं, जिसे करीब 9 महीने पहले उनके अंतरिक्ष में जाने के तुरंत बाद उनकी सुरक्षित वापसी के लिए जलाया गया था। विलियम्स के चचेरे भाई नवीन पांड्या के अनुसार, विलियम्स के सम्मान में एक भव्य जुलूस निकाला जाएगा, जिसमें प्रार्थना और आतिशबाजी के साथ दिवाली और होली जैसा उत्सवी माहौल होगा। जुलूस में लोग विलियम्स की तस्वीर लेकर चलेंगे। पांड्या ने कहा, ‘‘उनकी तस्वीर के साथ जुलूस एक स्कूल से मंदिर तक निकाला जाएगा, जहां 'अखंड ज्योत' रखी गई है, जिसमें छात्र भी शामिल होंगे। हम मंदिर में प्रार्थना करेंगे।
उन्होंने कहा कि विलियम्स के बुधवार को पृथ्वी पर सुरक्षित पहुंचने तक अखंड ज्योत जलती रहेगी। यहां उत्सव का माहौल है और हर कोई उनकी वापसी का बेसब्री से इंतजार कर रहा है। हम भविष्य में उन्हें झूलासण आने के लिए जरूर आमंत्रित करेंगे। उनका अपने पैतृक गांव में हमारे बीच होना हमारे लिए सम्मान की बात होगी। सुनीता विलियम्स के पिता दीपक पांड्या मूल रूप से झूलासण के रहने वाले हैं, जो 1957 में अमेरिका चले गए थे। विलियम्स, अंतरिक्ष यात्री बुच विल्मोर के साथ, अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर नौ महीने से अधिक समय बिताने के बाद पृथ्वी पर लौट रही हैं।
झूलासण प्राथमिक विद्यालय के प्राचार्य विशाल पंचाल ने कहा कि समारोह के लिए विस्तृत व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा, ‘‘सुनीता विलियम्स हमारे गांव की बेटी हैं। वह हमारे गांव, भारत और दुनिया का गौरव हैं। प्राथमिक और उच्च विद्यालयों के छात्र पिछले 15 दिनों से विलियम्स की सुरक्षित वापसी के लिए प्रार्थना कर रहे हैं और 'राम धुन' का जाप कर रहे हैं। विलियम्स के एक अन्य चचेरे भाई किशोर पांड्या ने कहा कि वे 2006 और 2013 में विलियम्स से झूलासण गांव की उनकी यात्राओं के दौरान दो बार मिल चुके हैं।