सोनीपत में खुलेआम बिक रहा है गंधक, पोटाश
09:55 AM Oct 25, 2024 IST
सोनीपत, 24 अक्तूबर (हप्र)
शहर में ज्वलनशील पदार्थ गंधक-पोटाश खुलेआम बेचा जा रहा है। लोहे के सरिये और पाइप से बने उपकरण में डालकर जोरदार धमाका किया जाता है और यह पटाखों का विकल्प बन गया है। सड़क किनारे से ज्वलनशील पदार्थ खरीदना किसी आम सामान खरीदने जैसा हो गया है। पुलिस व अग्निशमन विभाग के अधिकारी भी इसे लेकर बेखबर हैं। लोहे के पाइप व सरिया से तैयार किए गए उपकरण में गंधक व पोटाश का मिश्रण भरकर चलाया जाता है। इससे ध्वनि और वायु प्रदूषण खूब होता है।
शहर के सेक्टर-12 बाईपास व बैंयापुर रोड की तरफ इस धमाका उपकरण को सड़क किनारे रखकर बेचा जा रहा है। उपकरण के साथ पोटाश व गंधक भी तुरंत उपलब्ध करा दिया जाता है। एक पाइप का उपकरण 400 रुपये तक बिक रहा है, वहीं दोपाइप के बंदूकनूमा उपकरण की कीमत 800 रुपये तक है। इसके साथ ही गंधक-पोटाश 600 रुपये किलो तक बेचा जा रहा है। अगले सप्ताह ही दिवाली का पर्व है, जिसको लेकर सभी ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। ऐसे में कुछ स्थानों पर गंधक-पोटाश बेचने का काम भी जोरों पर शुरू हो गया है। इन उपकरण के चलते गंधक-पोटाश की खरीदारी भी जमकर हो रही है।
ऐसे होता है प्रयोग
लोहे के धमाका उपकरण में एक पाइप लगा होता है, जिसमें गंधक-पोटाश का मिश्रण डाला जाता है। इसके बाद पाइप में सरिया डालकर दबाव डाला जाता है। जिससे गंधक-पोटाश तक दबाव पड़ता है और उपकरण से तेज आवाज निकलती है। आवाज के साथ धुआं निकलता है। धुआं से वहां से गुजरने में भी लोगों को परेशानी होती है। आंखों में जलन के साथ सांस लेने में दिक्कत होती है। खास बात यह है कि बिना गंधक-पोटाश के यह उपकरण किसी काम का नहीं है।
पटाखे बैन होने पर बढ़ी मांग
दिवाली पर पटाखे बैन होने के चलते पोटाश व गंधक की मांग बढ़ने लगी है। इसे पटाखे के रूप में प्रयोग किया जा सकता है। ऐसे में चोरी छिपे पोटाश बेचने के साथ लोहे के पाइप सरेआम बिक रहे हैं।
पिछले साल एक घर में लग गई थी आग : एक साल पहले शांति विहार में घर में रखे गंधक व पोटाश में आग लगने से धमाका हो गया था। जिससे कमरे में रखा सामान जल गया था। 11 किलो गंधक और 200 ग्राम पोटाश बरामद किया गया था। पुलिस ने तब इरफान को पकड़ा था। उसने दिवाली पर बेचने के लिए गंधक व पोटाश लेकर आने की बात कही थी।
''गंधक-पोटाश को बिना अनुमति नहीं बेचा जा सकता है। अगर कोई बेचते हुए मिलता है तो उसके खिलाफ नियम अनुसार कार्रवाई की जाएगी।'' -राजपाल सिंह, एसीपी
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