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कामयाबी जरूरी मगर लीक नहीं ठीक

08:38 AM Jul 06, 2024 IST

सहीराम

इधर अभी अपने यहां लीक-लीक ही चल रहा था कि उधर फिर विकीलीक्स आ गया। मतलब कि विकीलीक्स वाला असांज रिहा हो गया। यूं तो विकीलीक्स भी लीक ही है, पर वैसा लीक नहीं है, जैसे अपने यहां का लीक है। अपने यहां के लीक से नौजवान परेशान है, लेकिन विकीलीक्स वाले लीक से कभी नेता और सरकारें परेशान रहा करती थीं। एक जमाना था जनाब कि जैसे इधर अपने नेता ईडी से डरने लगे हैं, वैसे ही कभी अमेरिकी विकीलीक्स से डरते थे। बाद में असांज को इस लीक की सजा मिली और उसे जेल में डाल दिया गया। अच्छा है अपने यहां के पत्रकार इस तरह के झंझट में नहीं पड़ते। वरना जैसे अपने यहां के नेता लोग और सरकारें पेपर लीक का जिक्र नहीं करती, वैसे ही पश्चिमवाले नेता और सरकारें विकीलीक्स का जिक्र नहीं करती थी।
अब जब पेपर ही इतने लीक हो रहे हैं तो थोड़ा परेशान तो सरकारों को भी हो ही लेना चाहिए। कायदा ही नहीं इसका फायदा भी है। वैसे तो जैसे आमदनी वगैरह के मामले में बताया जाता है कि फलां राज्य टॉप पर है, वैसे ही अब यह सूची भी आ ही जानी चाहिए कि पेपर लीक के मामले में कौन-सा राज्य टॉप है।
बल्कि अब तो इस तरह की पहेलियां भी बन सकती हैं कि राजस्थान में दस पेपर लीक हुए, गुजरात में दस पेपर लीक हुए तो बताओ यूपी में कितने पेपर लीक हुए। कोई ऐसा कंपीटिशन भी हो सकता है। मसलन, हरियाणा-पंजाब को इनकम वगैरह में नंबर वन रहने की आदत है। पेपर लीक वगैरह के मामले में वे पिछड़ न जाएं, इसलिए धड़ाधड़ पेपर लीक करा कर उन्हें इस मामले में भी नंबर वन पर आने की जीतोड़ कोशिश करनी चाहिए। पेपर लीक में आगे रहने वाले राज्य, बिहार को इस मामले में भी चिढ़ा सकते हैं कि देखो तुम आठवीं-दसवीं के बच्चों को नकल कराने के लिए, पर्चियां फेंकने के लिए, फर्रे पहुंचाने के लिए परीक्षा केंद्रों की खिड़कियों पर लटके रहे और पिछड़े के पिछड़े रह गए और हम कितनी प्रगति कर गए।
मुन्ना भाई बेचारे अहसासे कमतरी का शिकार हो सकते हैं कि अगर अपनी जगह किसी काबिल को बिठाने की बजाय पेपर ही लीक करवा देते तो सर्किट वगैरह को भी मेडिकल कालेज में अपने साथ ले जा सकते थे। अलबत्ता फिर समस्या यही होती कि उगाही का, चौथ वसूली का काम कौन देखता। आठवीं कक्षा के फर्रे बना रहे एक लड़के को जब घरवालों ने डांटा तो उसने कहा देखो मैं प्रैक्टिस कर रहा हूं। मुझे डॉक्टर-इंजीनियर बनना है, मुझे रोक कर मेरा भविष्य मत बिगाड़ो। जी यह सच है कि भविष्य अब पढ़ाई वगैरह में नहीं, फर्रे बनाने, नकल करने और पेपर लीक में ही है।

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