सुभाष चंद्रा ने निर्दलीय प्रत्याशी सावित्री जिंदल का किया समर्थन
कुमार मुकेश/हमारे प्रतिनिधि
हिसार, 20 सितंबर
कोल ब्लॉक मामले में जेएसपीएल के चेयरमैन नवीन जिंदल व जी ग्रुप के चेयरमैन एवं पूर्व राज्यसभा सदस्य सुभाष चंद्रा के बीच चली आ रही दुश्मनी अब नजदीकियों में बदलने लगी है। सुभाष चंद्रा ने हिसार में भाजपा से बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ रहीं देश की सबसे अमीर महिला एवं भाजपा सांसद की माता सावित्री जिंदल का समर्थन कर दिया है, तो वहीं सावित्री जिंदल ने भी चंद्रा को समर्थन देने के लिए धन्यवाद कहा है। जिंदल के समर्थन के पीछे सुभाष चंद्रा की भाजपा प्रत्याशी डॉ. कमल गुप्ता से नाराजगी बताई जा रही है।
भाजपा के पूर्व मेयर गौतम सरदाना के अलावा भाजपा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष तरुण जैन पहले से ही डॉ. गुप्ता के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। इससे पहले के पिछले दोनों चुनावों में सुभाष चंद्रा ने डॉ. कमल गुप्ता का साथ दिया था और वे विधायक बने। अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर की गई एक पोस्ट में सुभाष चंद्रा ने लिखा है कि जैसा मैंने सबसे वादा किया था। हिसार विधानसभा क्षेत्र में जनता और हिसार के लिए सावित्री जिंदल जी उपयुक्त और सही उम्मीदवार हैं। हालांकि में वस्तुत: भाजपा समर्थक परिवार से हूं, फिर भी एक निर्दलीय के लिए मतदान की अपील कर रहा हूं। भाजपा का समर्थन करना मेरा निजी विचार है परंतु हिसार के लोग और यह शहर मेरा है, इसलिए इसके प्रति भी मेरा एक धर्म है। इसलिए हिसार के वोटर्स से मेरी करबद्ध प्रार्थना है कि सावित्री जी को वोट दें। आभार।
इससे पूर्व सुभाष चंद्रा ने भाजपा प्रत्याशी डॉ. कमल गुप्ता को दी नसीहत देते हुए पोस्ट की थी कि जब कभी तूफान आता है तो जो पेड़ झुकना नहीं जानते वो टूट कर गिरते हैं। घास की तरह जो व्यक्ति जमीन से जुड़ा रहता है, वह उस भयावह तूफान को आसानी से सहन कर फिर हरा भरा हो कर पर्यावरण की यानि समाज की सेवा करने के लिए सक्षम होता है। करीब 6 साल पहले तक जिंदल और चंद्रा परिवार एक दूसरे के खिलाफ थे। खिलाफत इतनी थी कि चंद्रा ने सावित्री जिंदल को 2014 में हिसार विधानसभा से हराने के लिए भाजपा के कमल गुप्ता को समर्थन दिया और चुनाव में पूरी मदद की थी।
इसलिए बिगड़ी थी दोनों घरानों में
साल 2012 में कांग्रेस के पूर्व सांसद एवं जेएसपीएल के चेयरमैन नवीन जिंदल ने दिल्ली पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि सुभाष चंद्रा के ग्रुप के चैनल के वरिष्ठ पत्रकारों द्वारा कोयला घोटाले मामले में उनसे 100 करोड़ रुपए मांगे गए। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर 2 पत्रकारों को जेल भी भेजा था। ग्रुप के मालिक सुभाष चंद्रा को भी इस मामले में घसीटा था। इसके बाद दोनों ने ही एक दूसरे पर कोर्ट केस कर रखे थे, जो दोनों ने 2018 में वापस ले लिए थे।