एक दिन की प्राचार्य बनी छात्रा पलक
सीवन, 16 अक्तूबर (निस)
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय खेड़ी गुलाम अली में बच्चों के अंदर की प्रतिभा निखारने के लिए एक नई शुरुआत की गई। विद्यालय की 12वीं कक्षा की छात्रा पलक को एक दिन का प्रधानाचार्य बनाया गया। स्कूल के प्राचार्य हरपाल सिंह ने बताया कि स्कूल के प्रबंधन, साफ सफाई, भौतिक सुविधाओं और बच्चों के सर्वांगीण विकास को बच्चों के माध्यम से जानने का एक नया तजुर्बा करने के चलते बुधवार का प्रधानाचार्य का कार्य छात्रा पलक को सौंपा गया।
छात्रा ने प्राचार्य का कार्य सुबह अध्यापक हाजरी पूरी करने, प्रार्थना स्थल पर प्रार्थना, राष्ट्रगान, विद्यार्थियों की हाजिरी लेने के उपरांत बच्चों को अपने संबोधन में सबसे पहले महर्षि वाल्मीकि प्रकट दिवस की बधाई दी।
प्राचार्य छात्रा ने बच्चों को अनुशासन में रह कर पढ़ना, लिखना व याद करने का आग्रह करते हुए कहा कि पढ़ाई हमारी मानसिक, शारीरिक विकास को बढ़ाने के साथ हमें नवविचार से जोड़ कर हमें रोजगार दिलाने में सहायता करती है। इसलिए पढ़ाई को जीवन में पहली कड़ी में रखना चाहिए। प्रधानाचार्य पलक ने सुबह अध्यापक बैठक करने पर अक्तूबर माह के पाठ्यक्रम के बारे में जाना। कक्षा की अध्यापक एडजस्टमेंट करने के बाद प्राचार्य छात्रा ने शौचालय की साफ-सफाई और पेयजल का निरीक्षण करते हुए सफाई कर्मी को पेयजल की टंकियों में ब्लीचिंग पाउडर डालने को कहा।
सभी कक्षा कक्ष में स्वयं जाकर साफ सफाई, टाट पट्टी, पंखों, बिजली उपकरणों के बारे में बच्चों से पूछा। प्राचार्य छात्रा ने कक्षा 6 से 8वीं की पांच-पांच बच्चों की नोट बुक की जांच की। प्राचार्य छात्रा ने मिड डे मिल के सामान और मसालों का जांचने और आज के बने पुलाव पकवान को बच्चों संग खाया। स्कूल में मिलने आए कक्षा 9वीं के छात्र के पिता रामचंद्र के बच्चे का टैब वापस करने का आग्रह करने पर प्राचार्य छात्रा के टैब की विशेषता और ऑनलाइन पढ़ाई के गुण बताने पर अभिभावक उनकी बात मान लौट गया।
स्कूल में कक्षा कक्ष के कमी पर विभाग को नये बनने वाले 12 कमरों का निर्माण जल्द करवाने बारे पत्र लिखने की बात रखी। कार्यक्रम को सफल करने में जयगोपाल, नवजीत संधू, सतबीर जागलान, सचिन धीमान, पवन, राकेश, भारत, शमशेर, मंजीत, सतविंदर, कुसुम, बबली स्टाफ सदस्यों ने योगदान दिया।