पराली के धुएं ने बढ़ाया प्रदूषण
बठिंडा, 14 अक्तूबर (निस)
पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं में तेजी से हो रही बढ़ोतरी के साथ ही शहरों की हवा में प्रदूषण का स्तर भी तेजी से बढ़ता जा रहा है। पंजाब में पराली जलाने के मामलों में कमी नहीं आ रही है। इस सीजन में अब तक के कुल मामले बढ़कर 872 हो गए हैं। प्रदूषण का स्तर किस तेजी से बढ़ रहा है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि बठिंडा में दशहरे के दिन एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) औसत 236 और अधिकतम 500 तक पहुंच गया। इस स्तर को सबसे खतरनाक माना जाता है। पंजाब पाल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अधिकारी रमनदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि रविवार को बठिंडा का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 211 पहुंच गया, जोकि जो खराब श्रेणी में रहा घातक है। शुक्रवार को यह 155 और शनिवार को 195 था। पंजाब पाल्यूशन कंट्रोल बोर्ड विभाग के एसडीओ रवि दीप सिंगला ने बताया कि बठिंडा जिला के तहसील रामपुरा के गुमटी कला गांव में एक किसान पर केस दर्ज किया गया है और इसके अलावा दो किसानों की शिकायत विभाग को आई थी परंतु उनके खेतों में पराली जनानी के सबूत नहीं पाए गए।
रविवार को सबसे अधिक 48 मामले अमृतसर जिले से सामने आए। वहीं, पटियाला जिले में 26, तरनतारन में 38, संगरूर में 16, मालेरकोटला, गुरदासपुर व कपूरथला में 4-4 मामले, फिरोजपुर में 7, मानसा में 5, जिला फतेहगढ़ साहिब में पराली जलाने के 2 मामले और बठिंडा, फाजिल्का, लुधियाना, मोगा व एसएएस नगर में 1-1 मामले रिकॉर्ड किए गए। पंजाब में पराली जलाने के मामलों में कमी नहीं आ रही है। इस सीजन में अब तक के कुल मामले बढ़कर 872 हो गए हैं, जबकि साल 2022 में इस समय अवधि के दौरान पराली जलाने के 987 और साल 2023 में 1230 मामले हुए थे।