सरकारी इंजीनियरों की निगरानी में होगा स्ट्रक्चरल ऑडिट
सोनीपत, 11 जनवरी (हप्र)
सेक्टर-10 स्थित रेल हाईराइजर सोसायटी के निवासियों ने भवन के स्ट्रक्चरल ऑडिट पर फिर सवाल उठाए हैं। यहां के निवासियों ने जिला नगर योजनाकार (डीटीपी) को दी शिकायत में आरोप लगाया है कि ऑडिट करने वाली कंपनी उन पिलरों के नमूने ले रहे हैं, जो मजबूत हैं जबकि कमजोर व जर्जर पिलरों को छोड़ा जा रहा है। ऐसे में डीटीपी ने सरकारी इंजीनियरों की निगरानी में ऑडिट करवाने को निर्णय लिया है।
बता दें कि सेक्टर-10 में वर्ष 2014 में रेल हाईराइजर सोसायटी बसाई गई थी, जो 10 वर्ष में ही जर्जर हो गई है। कई बार लेंटर व मलबा गिरने की घटनाएं हो चुकी हैं। 13 मंजिला टावर में कई जगह दरारें आ चुकी हैं। सीमेंट गिरने से जगह-जगह लोहे के सरिये दिखाई दे रहे हैं। इससे यहां के निवासी डरे हुए हैं। नवंबर-2024 में सोसायटी के जर्जर टावरों का ऑडिट शुरू हो गया था। भारतीय रेल कल्याण संगठन ने एक निजी कंपनी को इसका जिम्मा सौंपा है।
आरोप है कि कंपनी के इंजीनियरों ने भवन के पिलर व अन्य संरचनात्मक हिस्सों में ऐसे 64 स्थान चिह्नित कर नमूने लिए हैं, जो मजबूत स्थिति में हैं। जबकि कमजोर पिलरों को छोड़ दिया गया है। ऐसे में निवासियों ने अंकेक्षण निष्पक्ष तरीके से पूरा करने की मांग की है।
रेल हाईराइज सोसाइटी के भवनों का स्ट्रक्चरल ऑडिट चल रहा है। सोसायटी निवासियों ने कंपनी के इंजीनियरों पर ऑडिट में लापरवाही बरतने के आरोप लगाए हैं। अब सरकारी इंजीनियरों की निगरानी में ऑडिट किया जाएगा।
-अजमेर सिंह, जिला नगर योजनाकार, सोनीपत