लावारिस पशुओं को गौशालाओं तक पहुंचाने को चलेगी विशेष मुहिम
चंडीगढ़, 22 फरवरी (ट्रिन्यू)
हरियाणा के शहराें एवं कस्बों में सड़कों पर घूम रहे लावारिस गौवंश को हटाने के लिए अब विशेष मुहिम चलेगी। राज्य सरकार ने गौसेवा आयोग को इसके लिए अगले दो महीने तक विशेष अभियान चलाने को कहा है। कालका से कांग्रेस विधायक प्रदीप चौधरी द्वारा उठाए गए सवाल पर शहरी स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने यह खुलासा किया।
प्रदीप ने आरोप लगाया कि पंचकूला के कोट गांव में नंदीशाला का उद्घाटन जल्दबाजी में किया गया। यह पूरी भी नहीं हुई थी। इसमें जलभराव की भी समस्या रहती है। इस वजह से अब सरकार इस शिफ्ट करने की योजना बना रही है। स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि अकेले पंचकूला जिला में चार नई गौशालाएं और एक नंदीशाला स्थापित की है। दो हजार के लगभग गौवंश को सड़कों से हटाया है। वहीं निकाय मंत्री ने सदन में स्वीकार किया कि लावारिस पशुओं को पूरी तरह से सड़कों को हटाने का काम अभी तक नहीं हो पाया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पिछले बजट में गौसेवा आयोग का बजट भी चालीस कराेड़ से बढ़ाकर 400 करोड़ रुपये किया। उन्होंने कहा कि गौशालाओं व नंदीशालाओं में रखे गए गौवंश के उपचार का भी सरकार ने प्रबंध किया हुआ है।
मृतकों के परिजनों को मिलेगा मुआवजा
प्रदीप चौधरी द्वारा उठाए गए मुआवजे के मुद्दे पर सीएम मनोहर लाल ने प्रश्नकाल के बाद कहा कि सरकार इसके लिए पिछले साल 9 नवंबर को नोटिफिकेशन जारी कर चुकी है। सरकार की ‘दयालु-।।’ योजना के तहत अलग-अलग कैटेगरी में मुअावजा तय किया है। पशुओं की चपेट में आने, कुत्ते के काटने या बंदर आदि के काटने की वजह से अगर 0 से 12 वर्ष तक के बच्चे की जान जाती है तो एक लाख रुपये मुआवजा दिया जाएगा। 12 से 18 वर्ष आयु वर्ग में दो लाख, 18 से 25 आयु वर्ग में मुआवजा राशि 3 लाख रुपये होगी। वहीं 25 से 40 वर्ष आयु वर्ग में किसी की मौत होने पर सरकार परिवार को पांच लाख रुपये मुआवजा देगी।