फसलों की बिजाई चरम पर : डीएपी की किल्लत ने किसानों की नींद उड़ाई
अजय मल्होत्रा/हप्र
भिवानी, 28 अक्तूबर
फसलों की बिजाई का समय चरम पर होते हुए भी जिले के किसानों को डीएपी खाद के लिए दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही हैं। पूरे जिले में डीएपी की भारी किल्लत बनी हुई है, जिससे खासकर सरसों की बिजाई करने वाले किसान बेहद परेशान हैं।
ज्यों ही सरकारी दुकानों पर डीएपी खाद की सप्लाई पहुंचती है, वहां किसानों की बेकाबू भीड़ जमा हो जाती है। इसका ताजा उदाहरण तोशाम के पटौदी गांव में देखने को मिला, जहां खाद पहुंचते ही किसान टूट पड़े। इस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए दुकान मालिकों को पुलिस की मदद लेनी पड़ी और हर किसान को दो-दो कट्टे खाद दिए गए। प्राइवेट विक्रेताओं के पास भी डीएपी का स्टॉक खत्म हो चुका है, और जो थोड़ी बहुत खाद बची है, वे उसे खत्म होने की बात कहकर बेच रहे हैं। इस बीच, किसान वैकल्पिक खाद का प्रयोग करने को मजबूर हो गए हैं। सरसों की बिजाई अंतिम चरण में है, जबकि गेहूं की बिजाई 15 दिन बाद शुरू होने वाली है। कुल 5 लाख एकड़ में गेहूं की बिजाई की तैयारी चल रही है। अधिकारियों का कहना है कि दिवाली के बाद डीएपी का स्टॉक आएगा, लेकिन भीड़ को काबू करना मुश्किल होगा। किसान सभा के नेता ओमप्रकाश और रामफल देशवाल ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र डीएपी की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध नहीं कराई गई, तो वे आंदोलन के लिए मजबूर होंगे।