मुख्य समाचारदेशविदेशखेलपेरिस ओलंपिकबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाआस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकी रायफीचर
Advertisement

‘दिव्यांग बच्चों के प्रति समाज को बदलना होगा दृष्टिकोण’

09:54 AM Oct 17, 2024 IST

बहादुरगढ़, 16 अक्तूबर (निस)
शहर के छारा-बेरी रोड स्थित मॉडर्न सीनियर सेकेंडरी स्कूल में सरल लाइब्रेरी की संचालिका अंकिता कौशिक के सहयोग से लाइब्रेरी की प्रथम वर्षगांठ के उपलक्ष्य में दादा काठण एजुकेशनल वेलफेयर सोसायटी द्वारा संचालित प्रेरणा इंस्टीट्यूट आफ रिहेबिलेटेशन के दिव्यांग स्पेशल स्कूल के बच्चों के साथ सोसायटी की चेयरपर्सन मीनाक्षी राठी की अध्यक्षता में दिव्यांग बच्चों को नोटबुक, पेन एवं पेंसिल, कलर आदि स्टेशनरी वितरित की गई। बच्चों को मिठाई भी खिलाई गई।
लाइब्रेरी संचालिका अंकिता कौशिक ने बताया कि दिव्यांग बच्चों के प्रति समाज को अपना दृष्टिकोण बदलना होगा। स्पेशल बच्चों को सहानुभूति की दृष्टि से न देख कर उन्हे स्वावलंबी बनाने का प्रयास करना चाहिए। बच्चे हमारे देश का भविष्य हैं, इन्हें संवारना हमारी जिम्मेदारी है। अपने दृष्टिकोण को बदल कर इन बच्चों के विकास में अपना योगदान दे सकते हैं। इनकी विशेष प्रतिभा को निखार कर इन्हे आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया जा सकता है।
सामाजिक कार्यकर्ता एवं कार्यक्रम संयोजक सत्येंद्र दहिया ने बताया कि स्पेशल स्कूल के ये स्पेशल बच्चे भी हमारे ही समाज का अभिन्न अंग हैं, हम इन्हें उपेक्षित न समझें बल्कि इनको मुख्यधारा में लाने के लिए गंभीरता से प्रयास करना चाहिए। इस अवसर पर सतीश कौशिक, शिक्षाविद् राकेश देवी, समाजसेवी सतीश कुमार सहित स्पेशल स्कूल का
स्टॉफ उपस्थित रहा।

Advertisement

Advertisement