एसआईटी प्रमुख एडीजीपी ममता सिंह पहुंचीं जींद
जसमेर मलिक/ हप्र
जींद, 4 नवंबर
जींद के पूर्व एसपी सुमित कुमार के खिलाफ सोशल मीडिया पर वायरल पत्र, जिसमें सुमित कुमार पर महिला पुलिस कर्मचारियों का यौन शोषण करने की बात कही गई थी, की जांच के सिलसिले में सोमवार को एसआईटी की प्रमुख एडीजीपी क्राइम ममता सिंह और फतेहाबाद की एसपी आस्था मोदी जींद पहुंचीं। दोनों महिला पुलिस अधिकारियों ने जींद की पुलिस लाइन में कुछ महिला पुलिस कर्मचारियों के बयान दर्ज किए। इसके साथ ही मामले की एसआईटी की जांच काफी तेज हो चली है। जल्द ही समिति अपनी जांच रिपोर्ट पुलिस महानिदेशक को सौंपेगी।
दोनों महिला पुलिस अधिकारियों ने मामले की जांच के सिलसिले में जींद पुलिस की लगभग दर्जन पर महिला कर्मचारियों के बयान दर्ज किए। महिला पुलिस कर्मचारियों को बारी-बारी से अपने बयान रिकॉर्ड करवाने के लिए बुलाया गया। यह सारी कार्रवाई पूरी तरह गोपनीय रखी गई। किसी को भी मोबाइल फोन अपने साथ ले जाने की इजाजत नहीं दी गई। मीडिया को भी जांच से पूरी तरह दूर रखा गया।
जांच बारे अभी कुछ नहीं कह सकतीं : ममता सिंह
एडीजीपी क्राइम ममता सिंह से इस मामले में बात की गई तो उनका कहना था कि अभी जांच बारे कुछ भी नहीं कहा जा सकता। अभी केवल प्रारंभिक जांच शुरू हुई है।
एसपी और डीएसपी को भी रखा दूर
एडीजीपी क्राइम ममता सिंह ने सोमवार को इस पूरी कार्रवाई से जींद के एसपी राजेश कुमार और डीएसपी को भी दूर रखा। एडीजीपी ममता सिंह ने एसपी और डीएसपी से कहा कि वे अपने दफ्तर में जाकर अपना काम करें। जरूरत पड़ेगी तो उन्हें बुला लिया जाएगा।
पिछले महीने फूटा था लेटर बम
जींद पुलिस पर पिछले महीने एक लेटर बम फूटा था। सोशल मीडिया पर चार पेज का एक लेटर वायरल हुआ, जिसमें जींद के तत्कालीन एसपी सुमित कुमार पर महिला पुलिस कर्मचारियों का यौन शोषण करने और इसमें एक महिला पुलिस अधिकारी और एक महिला पुलिस कर्मचारी द्वारा एसपी का सहयोग करने की बात कही गई थी। यह अलग बात है कि तत्कालीन एसपी सुमित कुमार ने अपने ऊपर लगे इस तरह के आरोपों को न केवल खारिज किया था, बल्कि यह तक कहा था कि आरोप लगाने वाला या शिकायत करने वाला कोई भी व्यक्ति सामने तक नहीं आया है। यह केवल उनके खिलाफ साजिश है।