Shocking : प्रॉपर्टी हथियाने के लिए अमेरिका में बैठकर ताऊ के लड़के साहिल ने रची साजिश, पहले चचेरे भाई को मरवाया और फिर...
पानीपत 5 अप्रैल(हप्र)
Panipat News : पानीपत के गांव मांडी के 18 वर्षीय आर्यन मर्डर केस का सीआईए टू पुलिस टीम ने दो हत्या आरोपियों को काबू करके खुलासा किया है। मृतक आर्यन के सारे शरीर पर चाकूओं के निशान मिले थे और उसकी बेरहमी से हत्या की गई थी। आर्यन का शव 27 मार्च को सुबह गांव मांडी से बांध जाने वाली सडक पर गेहूं के खेतों में मिला था।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि अमेरिका में रह रहे मृतक आर्यन के सगे ताऊ के लडके साहिल ने प्रॉपर्टी हडपने के लिए उसके मर्डर की साजिश रची थी। साहिल का अगला टारगेट आर्यन का बड़ा भाई और मां आशा थी। वह प्रॉपर्टी के लिए पूरे परिवार को रास्ते से हटाना चाहता था। हालांकि, इससे पहले ही सीआईए टू पुलिस टीम ने 4 अप्रैल की रात डाहर बाइपास से मांडी गांव के ही युकेश और सोनीपत के प्रदीप को पकड़ लिया।
अमेरिका में बैठे साहिल ने दोनों को बड़े सपने दिखाकर आर्यन की हत्या कराई। इस बारे में शनिवार को दोपहर बाद जिला सचिवालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में एसपी लोकेंद्र सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि प्लानिंग के तहत डंकी रूट से अमेरिका गए साहिल ने ही प्रदीप, युकेश और एक नाबालिग के जरिए वारदात को अंजाम दिलवाया है। आर्यन की हत्या के बाद उनका अगला टारगेट आर्यन का बड़ा भाई था। वह आर्यन मर्डर केस का शिकायतकर्ता है। उसके भाई के मर्डर के बाद वह उसकी मां आशा को भी रास्ते से हटाना चाहता था।
इसके बाद पूरी जमीन पर वह कब्जा करता। इसके लिए कुछ हिस्सा हत्याएं करने वाले बदमाशों को भी मिलना था। वहीं एसपी ने बताया कि बदमाशों की प्लानिंग थी कि तीनों की हत्याओं के बाद गैंग तैयार करके अवैध वसूली का धंधा चलाना था। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक युकेश के खिलाफ रोहतक में चोरी का केस दर्ज है। इस केस में वह वांटेड था।
एसपी लोकेंद्र सिंह ने बताया कि आर्यन को घर से बुलाकर ले जाने वाले नाबालिग निशु का फिलहाल जांच में कोई रोल सामने नहीं आया है। हालांकि उससे पूछताछ जारी है, लेकिन इस बात का खुलासा नहीं हुआ है कि निशु को आर्यन की हत्या करने का कुछ पता था या नहीं। सभी पहलुओं पर जांच-पड़ताल अभी भी जारी है। एसपी ने बताया कि दोनो आरोपियों प्रदीप व युकेश को अदालत में पेश करके रिमांड पर लिया जाएगा।
बता दें कि इसराना थाना पुलिस को दी गई शिकायत में आशा ने बताया था कि वह मांडी गांव की रहने वाली है। उसका 18 वर्षीय बेटा आर्यन 26 मार्च की सुबह करीब 10 बजे घर से गया था। उसे घर से परिवार के ही राजेश का बेटा निशु बुलाकर ले गया था लेकिन रात तक भी घर वापस नहीं आया। अगले दिन गांव मांंडी से बांध रोड पर आर्यन का शव गेहूं के खेत में मिला था।
वहीं आर्यन के ताऊ तकदीर ने बताया था कि परिवार के लोगों ने गांव के सीसीटीवी कैमरे चेक किए। तब पता चला कि जब आर्यन निकला तो गांव के मोड़ पर बाइक पर 2 नकाबपोश युवक खड़े थे। आर्यन को देखकर वह आगे निकल गए। परिजनों को शक था कि उन दोनो आरोपियों ने ही आर्यन की हत्या की है। आर्यन दो भाइयों में छोटा था। 10वीं के बाद उसने पढ़ाई छोड़ दी थी। आर्यन के पिता की काफी समय पहले बीमारी के चलते मौत हो गई थी।