For the best experience, open
https://m.dainiktribuneonline.com
on your mobile browser.
Advertisement

दो मंत्रियों समेत सात विधायकों काे टिकट नहीं, चार पूर्व मंत्रियों को मौका

06:25 AM Sep 11, 2024 IST
दो मंत्रियों समेत सात विधायकों काे टिकट नहीं  चार पूर्व मंत्रियों को मौका

दिनेश भारद्वाज/ ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 10 सितंबर
भाजपा ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को अपनी दूसरी लिस्ट जारी करते हुए 21 प्रत्याशी घोषित किये। पार्टी ने नायब सरकार के दो मंत्रियों सहित सात विधायकों के टिकट काट दिये हैं, जबकि चार पूर्व मंत्रियों को उम्मीदवार बनाया गया है। पिहोवा से पार्टी ने अब जयभगवान शर्मा ‘डीडी’ को प्रत्याशी घोषित किया है, जबकि पहली सूची में इस सीट से कंवलजीत सिंह अजराना को टिकट दिया गया था। अजराना ने खुद ही मैदान से हटने का ऐलान कर दिया था। विधानसभा की कुल 90 सीटों में से भाजपा अब तक 87 प्रत्याशियों की घोषणा कर चुकी है। शेष तीन सीटों- महेंद्रगढ़, सिरसा और फरीदाबाद एनआईटी के लिए घोषणा होना  बाकी है।
लाडवा सीट पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को उम्मीदवार बनाये जाने की वजह से पूर्व विधायक डॉ. पवन सैनी का टिकट कट गया था। लेकिन अब पार्टी ने पवन सैनी को नायब सैनी के निर्वाचन क्षेत्र रहे नारायणगढ़ से उम्मीदवार बना दिया है। वहीं, जुलाना में कांग्रेस प्रत्याशी विनेश फोगाट के मुकाबले कैप्टन योगेश बैरागी को चुनावी रण में उतारा गया है।
पूर्व मंत्री कृष्णा गहलोत को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली की जगह राई से प्रत्याशी घोषित किया गया है। कृष्णा लोकसभा का टिकट भी मांग रहीं थी, लेकिन पार्टी ने उनकी जगह बड़ौली को टिकट दिया था। पूर्व राज्य मंत्री कृष्ण बेदी शाहबाद से चुनाव लड़ते रहे हैं, लेकिन इस बार उन्हें नरवाना शिफ्ट किया गया है। नरवाना से जजपा विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा भी टिकट मांग रहे थे, लेकिन उन पर दुष्कर्म के आरोप लगने के बाद भाजपा ने जोखिम मोल लेना उचित नहीं समझा। पूर्व सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर एक बार फिर रोहतक से टिकट हासिल करने में कामयाब रहे हैं। नारनौल से पूर्व मंत्री और मौजूदा विधायक ओमप्रकाश यादव पर एक बार फिर पार्टी ने भरोसा जताया है।
पुंडरी से सतपाल जाम्बा को प्रत्याशी घोषित किया गया है। करनाल के जिलाध्यक्ष योगेंद्र राणा को असंध से टिकट दिया गया है। लोकसभा चुनाव के दौरान मनोहर लाल के नेतृत्व में भाजपा ज्वाइन करने वाले पूर्व सीपीएस जिलेराम शर्मा यहां से प्रबल दावेदार थे, लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया। पूर्व सांसद स्व. किशन सिंह सांगवान के बेटे प्रदीप सांगवान को भाजपा ने बरोदा से टिकट दिया है। डबवाली से बलदेव सिंह मांगीयाना को टिकट दिया गया है। यहां से टिकट मांग रहे आदित्य देवीलाल चौटाला इनेलो में शामिल हो चुके हैं। सिरसा में भाजपा जिलाध्यक्ष रहे चुके अमीर चंद मेहता को ऐलनाबाद से प्रत्याशी बनाया है।
अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित बावल विधानसभा क्षेत्र से मौजूदा विधायक और नायब सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ. बनवारी लाल का टिकट काट कर स्वास्थ्य सेवाएं हरियाणा के निदेशक पद से इस्तीफा देने वाले डॉ. कृष्ण कुमार को उम्मीदवार बनाया गया है। पटौदी के सिटिंग विधायक सत्यप्रकाश जरावता की जगह पूर्व विधायक बिमला चौधरी को टिकट मिला है।

Advertisement

नूंह में जाकिर हुसैन का टिकट कट गया है, उनकी जगह सोहना के मौजूदा विधायक व नायब सरकार में राज्य मंत्री संजय सिंह को टिकट दिया गया है। फिरोजपुर-झिरका से पार्टी ने पूर्व विधायक नसीम अहमद और पुन्हाना में ऐजाज खान को उम्मीदवार घोषित किया है। हथीन के मौजूदा विधायक प्रवीन डागर का टिकट कट गया है, पार्टी ने उनकी जगह जिला परिषद की चेयरपर्सन आरती रावत के पति मनोज रावत पर विश्वास जताया है। होडल के विधायक जगदीश नय्यर का टिकट भी एंटी-इन्कमबेंसी के चलते कटा है। उनकी जगह हरिंदर सिंह रामरतन भाजपा उम्मीदवार होंगे। वहीं, बड़खल से दो बार की विधायक और शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा का टिकट काटकर धनेश अदलखा को दिया गया है।
पूर्व राज्य मंत्री कर्णदेव काम्बोज का टिकट पहली लिस्ट में कट गया था। भाजपा के चुनाव सह-प्रभारी बिप्लब कुमार देब से मुलाकात के बाद उन्हें टिकट मिलने की आस थी, लेकिन दूसरी लिस्ट में भी उनका नाम नहीं है।
इनका पत्ता साफ : भाजपा ने दूसरी लिस्ट में नायब सरकार के दो और मंत्रियों के टिकट काट दिए हैं। इनमें पीडब्ल्यूडी मंत्री डॉ़ बनवारी लाल और शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा शामिल हैं। बनवारी लाल 2014 और 2019 में बावल से लगातार दो बार विधायक रहे। सीमा त्रिखा पिछली दो टर्म से बड़खल का विधानसभा में प्रतिनिधित्व कर रही थीं। इनके अलावा, पांच अन्य विधाकों- पटौदी से सत्यप्रकाश जरावता, होडल से जगदीश नय्यर, हथीन से प्रवीण डागर, राई से मोहनलाल बड़ौली और गन्नौर से निर्मल रानी का टिकट काट दिया गया है।

छूट गये मनोहर के करीबी देवेंद्र कादियान

पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के करीबियों में शामिल देवेंद्र कादियान को भाजपा ने टिकट नहीं दिया है। वह गन्नौर से टिकट मांग रहे थे और लंबे समय से इसकी तैयारी भी कर रहे थे। पार्टी ने उनकी जगह सोनीपत से पूर्व सांसद रमेश चंद्र कौशिक के भाई देवेंद्र कौशिक को टिकट दिया है। टिकट नहीं मिलने के बाद बागी हुए देवेंद्र कादियान ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का भी ऐलान कर दिया है।

Advertisement

रामबिलास की सीट  पर सस्पेंस कायम

भाजपा ने महेंद्रगढ़ सीट को दूसरी लिस्ट में भी होल्ड पर रखा है। राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री व दो बार भाजपा अध्यक्ष रहे प्रो़ रामबिलास शर्मा यहां से चुनाव लड़ते रहे हैं। उनकी गिनती पार्टी के सबसे पुराने नेताओं में होती है। उनकी टिकट पर बना सस्पेंस चर्चाओं का विषय बना हुआ है। सूत्रों का कहना है कि भाजपा रामबिलास को किसी और पद पर एडजस्ट करके, महेंद्रगढ़ में किसी नये चेहरे पर दांव लगाना चाहती है। यहां से उनकी बेटी का नाम भी चर्चाओं में है। उधर, फरीदाबाद एनआईटी से केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर अपने बेटे देवेंद्र चौधरी के लिए टिकट मांग रहे हैं।
सिरसा में कांडा के चलते फंसा पेच : सिरसा की सीट हलोपा सुप्रीमो व विधायक गोपाल कांडा के चलते अभी तक पेंडिंग है। हलोपा, एनडीए का हिस्सा है। कांडा के साथ गठबंधन को लेकर भी बातचीत चली लेकिन सिरे नहीं चढ़ पाई। गोपाल कांडा के छोटे भाई गोबिंद कांडा भाजपा में हैं और वे ऐलनाबाद का उपचुनाव भी लड़ चुके हैं। सूत्रों का कहना है कि भाजपा गोबिंद कांडा को सिरसा से चुनाव लड़वाने की इच्छुक है, इसी वजह से पेच फंसा हुआ है।

Advertisement
Advertisement