सरकार के खिलाफ फिर लामबंद सरपंच
मदनलाल गर्ग/हप्र
फतेहाबाद, 27 जून
लोकसभा चुनाव में सरकार का विरोध कर चुके सरपंचों ने विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर सरकार के खिलाफ लामबंदी शुरू कर दी है। सरपंचों ने गांवों में बनवाए अमृत सरोवरों का जिम्मा लेने से इनकार कर दिया है और चेतावनी दी कि सरकार सरपंचों के सारे अधिकार वापस करे, नहीं तो विधानसभा चुनाव में फिर भाजपा का विरोध किया जाएगा।
प्रेस वार्ता में सरपंच एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष रणबीर गिल ने कहा कि सरकार ने प्रदेशभर में 1800 करोड़ की लागत से सैकड़ों अमृत सरोवर सीधे ठेकेदारों से बनवा दिए। सरोवरों को सही तरीके से नहीं बनाया गया, न ही इनकी खुदाई करवाई गई। अब आगे मानसून आ रहा है तो सरकार इन सरोवरों को पंचायतों के अंडर करना चाहती है। यह तय है कि बरसाती पानी जमा होने पर ये ओवरफ्लो होकर ग्रामीणों को परेशान करेंगे। उन्होंने कहा कि करोड़ों रुपये का घोटाला ठेकेदारों ने कर दिया और सरकार इसका ठीकरा अब सरपंचों पर फोड़ना चाहती है, सरपंच इसे स्वीकार नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने सरपंचों के सारे अधिकार वापस नहीं किए तो सरपंच फिर से विधानसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ बिगुल बजाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में एक भी सरोवर ऐसा नहीं है, जो नियमानुसार कंपलीट है।
देवेंद्र बबली का करते रहेंगे विरोध
बैठक में सरपंचों ने एक बार फिर अपने विरोधी पूर्व पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली के खिलाफ बयान दिया और कहा कि सरकार के साथ लड़ाई हमेशा चलती रही हैं और मांगे मानने पर खत्म भी हो जाती हैं, लेकिन पूर्व मंत्री बबली का विरोध ऐसे ही जारी रहेगा, क्योंकि उन्होंने सरपंचों को गलत शब्द कहे, सरपंचों को चोर कहा, उसको लेकर सरपंच हमेशा उनका विरोध करते रहेंगे, चाहे वे किसी भी पार्टी में चले जाएं।