संभल हिंसा सपा सांसद बर्क, विधायक के बेटे पर केस
संभल, 25 नवंबर (एजेंसी)
उत्तर प्रदेश के संभल में रविवार को जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान हुई हिंसा में घायल एक और व्यक्ति की मौत हो गयी, जिससे मरने वालों की संख्या बढ़कर चार हो गयी है। तनावपूर्ण हालात के मद्देनजर जिला प्रशासन ने आगामी 30 नवंबर तक निषेधाज्ञा लागू करते हुए जिले में ‘बाहरी’ लोगों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी है। समाजवादी पार्टी (सपा) के स्थानीय सांसद जिया उर रहमान बर्क और संभल सदर सीट से सपा विधायक इकबाल महमूद के बेटे के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। कुल सात मुकदमे दर्ज करके छह नामजद और 2750 अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है, जबकि 25 को गिरफ्तार किया गया है। मामला सोमवार को संसद में भी उठा।
संभल के पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार बिश्नोई ने जिलाधिकारी राजेंद्र पेंसिया के साथ पत्रकार वार्ता में बताया कि हिंसा में घायल हुए दारोगा दीपक राठी ने 800 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है, जिनमें बर्क और इकबाल महमूद के बेटे सुहेल इकबाल को नामजद किया गया है। आरोप है कि उन्होंने भीड़ को भड़काकर बलवे का रूप दिया। पुलिस अधीक्षक ने बताया, ‘बर्क को भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 168 के तहत पहले नोटिस दिया गया था। उन्होंने भड़काऊ भाषण दिए थे।’
हिंसा में मारे गये युवकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट संबंधी सवाल पर पुलिस अधीक्षक ने कहा कि अभी वह इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं करेंगे। हालांकि मुरादाबाद के मंडल आयुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने मुरादाबाद में संवाददाताओं से कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में प्रथम दृष्ट्या देसी बंदूक से चलायी गयी गोली लगने की बात सामने आयी है।
चुनावी लूट छिपाने को कराई हिंसा : अखिलेश
नयी दिल्ली : सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हिंसा के लिए यूपी सरकार को जिम्मेदार ठहराया और दावा किया कि विधानसभा उपचुनावों में हुई ‘धांधली और लूट’ को छिपाने के लिए यह घटना कराई गई है। उन्होंने कहा कि जब सांसद जिया उर रहमान घटना के समय संभल में नहीं थे तो उनके खिलाफ केस क्यों दर्ज किया गया।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी हिंसा के लिए योगी सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट को तत्काल हस्तक्षेप करना चाहिए।
भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने हिंसा को पूर्व नियोजित करार दिया। विश्व हिंदू परिषद ने हिंसा की निंदा की और रासुका के तहत मामला दर्ज करने की मांग की।
खुदाई की अफवाह से उग्र हुई भीड़, अधिकारी जिम्मेदार : मस्जिद प्रबंधन
हिंसा के लिये स्थानीय प्रशासन को जिम्मेदार ठहराते हुए मस्जिद प्रबंध समिति ने कहा कि मस्जिद की खुदाई की अफवाह फैलने से भीड़ उग्र हुई। पत्रकार वार्ता के बाद पुलिस ने शाही जामा मस्जिद प्रबंध समिति के अध्यक्ष जफर अली को हिरासत में ले लिया। जफर अली ने कहा, ‘मस्जिद का जो दोबारा सर्वे हुआ वह अदालत के आदेश से नहीं बल्कि सिर्फ जिलाधिकारी के आदेश पर हुआ था। यह सर्वे गैर-कानूनी तरीके से हुआ था।’ अली ने कहा, ‘इस घटना के दोषी संभल के उपजिलाधिकारी वंदना मिश्रा और पुलिस क्षेत्राधिकारी अनुज कुमार हैं।’