कैंसर का डॉक्टरों ने उपचार किया, आहार भी मददगार साबित हुआ
चंडीगढ़, 25 नवंबर (एजेंसी)
कैंसर से लड़ने के लिए आहार संबंधी दावे पर चिकित्सकों द्वारा सवाल उठाए जाने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने सोमवार को स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि डाइट प्लान डॉक्टरों के परामर्श से ही शुरू किया गया था और इसे ‘उपचार में मददगार’ माना जाना चाहिए। उन्होंने ‘एक्स’ पर अपनी पत्नी का पूरा डाइट प्लान साझा किया। इसके साथ ही कहा कि पत्नी की कैंसर से जंग में सर्जरी, कीमोथेरेपी, हार्मोनल, टारगेटेड थेरेपी, सकारात्मकता अौर बीमारी से लड़ने का दृढ़ संकल्प शामिल था। इन सबको बल मिला एक सख्त डाइट प्लान और जीवनशैली में बदलाव से, जो प्राचीन आयुर्वेद और दुनिया के कई प्रमुख विशेषज्ञों के ज्ञान पर आधारित है।
कैंसर विशेषज्ञों ने उनके इस दावे पर सवाल उठाया कि आहार संबंधी सख्त नियमों से उनकी पत्नी ‘स्टेज-4’ कैंसर से मुक्त हुईं। सिद्धू ने 21 नवंबर को अमृतसर में एक प्रेसवार्ता के दौरान कहा था कि उनकी पत्नी नवजोत कौर कैंसर से उबर गई हैं। उन्होंने पत्नी के ठीक होने में आहार और जीवनशैली में बदलाव की भूमिका पर जोर दिया था। इसके बाद, मुंबई के टाटा मेमोरियल अस्पताल के कैंसर विशेषज्ञों ने चेताया था कि कैंसर के मरीजों को ‘अप्रमाणित’ उपचारों का पालन करके अपने इलाज में देरी या इलाज रोकना नहीं चाहिए।
सिद्धू ने सोमवार को ‘एक्स’ पर पोस्ट किए गए एक वीडियो संदेश में कहा, ‘मैं कहना चाहता हूं कि डॉक्टर मेरे लिए भगवान की तरह हैं और डॉक्टर हमेशा मेरी प्राथमिकता रहे हैं। मेरे घर पर एक डॉक्टर (नवजोत कौर सिद्धू) हैं। हमने जो कुछ भी किया है, वह चिकित्सकों के परामर्श से किया है।’
इससे पहले, सिद्धू ने बताया था कि उनकी पत्नी के आहार में नींबू पानी, कच्ची हल्दी, सेब का सिरका, नीम की पत्तियां, तुलसी, अनार, आंवला, चुकंदर और अखरोट जैसी चीजें शामिल थीं, जिससे वह स्वस्थ हुईं।
लेकिन टाटा मेमोरियल अस्पताल के कैंसर विशेषज्ञों ने इस दावे पर असहमति जताते हुए एक पत्र जारी कर कहा था कि इन दावों का समर्थन करने का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।