अकाली-भाजपा गठबंधन : सीटों के बंटवारे पर फंसा पेच
जुपिंदरजीत सिंह/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 7 जुलाई
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) और भाजपा दोनों के कृषि कानून आंदोलन-पूर्व गठबंधन की बहाली से इनकार के बावजूद, दोनों राजनीतिक दल बातचीत के दौर में हैं, लेकिन आगामी 2024 लोकसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे के फार्मूले पर पेच फंस गया है। सूत्रों ने ‘ट्रिब्यून’ को बताया कि दोनों पूर्व गठबंधन सहयोगी लोकसभा चुनाव से पहले गठबंधन के ‘इच्छुक’ थे, लेकिन भगवा पार्टी अब राज्य में कम से कम 50 प्रतिशत सीटें मांग रही है। पंजाब में 13 लोकसभा सीटें हैं. पहले जब दोनों पार्टियां सहयोगी थीं तो अकाली 10 सीटों पर चुनाव लड़ते थे जबकि भाजपा के हिस्से में 3 सीटें आती थीं।
एक नेता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा,’यदि गठबंधन होता है तो अकाली दल लोकसभा में भाजपा के लिए अधिकतम 5 सीटें छोड़ सकता है, लेकिन विधानसभा सीटों का फॉर्मूला (अकाली दल के लिए 94 और भाजपा के लिए 23) अपरिवर्तित रहेगा। अगर भाजपा को पंजाब में साथी की जरूरत है, तो अकालियों को भी अपनी संभावनाएं बढ़ाने के लिए सहयोगी की जरूरत है। शिअद इस समय सबसे निचले स्तर पर है। इसे भाजपा के समर्थन की जरूरत है. ऐसे गठबंधन से दोनों साझेदारों को फायदा हो सकता है।’