उत्तर कोरिया व रूस में समझौता, युद्ध की स्थिति में करेंगे एक-दूसरे की मदद
सियोल, 20 जून (एपी)
Russia-North Korea agreement: रूस और उत्तर कोरिया के नेताओं के बीच हुए नये समझौते के तहत दोनों देशों में से किसी पर भी हमला होने की सूरत में दोनों देश एक-दूसरे को तत्काल सैन्य सहायता प्रदान करने के लिए सभी उपलब्ध साधनों का इस्तेमाल करेंगे।
उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया की एक खबर में यह जानकारी दी गयी। उत्तर कोरिया की आधिकारिक समाचार एजेंसी ‘कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी' ने बृहस्पतिवार को अपनी एक खबर में देश के नेता किम जोंग उन और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच प्योंगयांग में बुधवार को हुए व्यापक रणनीतिक साझेदारी समझौते की जानकारी दी।
खबर में कहा गया है कि समझौते के अनुच्छेद चार के अनुसार अगर दोनों में से किसी भी देश पर हमला होता है या फिर युद्ध की स्थिति पैदा होती है तो दूसरे देश को बिना किसी विलंब के सैन्य व अन्य सभी प्रकार की सहायता प्रदान करनी होगी।
इस समझौते को शीत युद्ध की समाप्ति की बाद से मास्को और प्योंगयांग के बीच सबसे ज्यादा ताकतवार समझौता माना जा रहा है। किम और पुतिन ने इस समझौते को दोनों देशों के लिए एक बड़ी उपलब्धि करार किया दिया है।
रूस और उत्तर कोरिया के बीच यह समझौता ऐसे समय में हुआ है जब अमेरिका और उसके सहयोगी देश मास्को और प्योंगयांग के बीच संभावित हथियार समझौते को लेकर चिंता जता रहे हैं।
इस समझौते के तहत प्योंगयांग आर्थिक सहायता और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के बदले में मास्को को यूक्रेन में युद्ध के लिए अत्यंत आवश्यक हथियार उपलब्ध कराएगा।
किम ने समझौते के बाद कहा कि दोनों देशों के बीच ‘घनिष्ठ मित्रता' है और यह अब तक का उनका सबसे शक्तिशाली समझौता है। किम ने यूक्रेन में युद्ध के लिए रूस के समर्थन का संकल्प लिया।
वहीं पुतिन ने इसे 'सफल समझौता' करार दिया, जो दोनों देशों के बीच संबंधों को नयी ऊंचाइयों पर ले जाने की साझा इच्छाओं को दर्शाता है।