ग्रामीण सफाई कर्मचारियों ने खंड कार्यालय में दिया धरना
नारनौल, 6 नवंबर (हप्र)
स्थाई रोजगार की मांग व समान काम-समान वेतन तथा नए कर्मचारियों की भर्ती समेत कई मांगों को लेकर प्रदेश के ग्रामीण सफाई कर्मचारी 28 दिन से हड़ताल पर बैठे हुए हैं। सोमवार को खंड सिहमा में भी धरने की शुरुआत ओम प्रकाश की अध्यक्षता में की गई। इस अवसर पर कर्मचारी महिपाल ने बताया की वे सबसे महत्वपूर्ण और जोखिम भरा गंदगी साफ करने का काम करते हैं। इसके बदले में उन्हें गुजारे लायक वेतन भी नहीं दिया जाता तथा सरकार ने सफाई कर्मचारियों के वेतन में अलग-अलग नाम देकर कटौती कर दी। हमारा काम एक समान है, लेकिन वेतन एक समान नहीं दिया जाता व वेतन कई कई महीने देरी से दिया जाता है हमारे सभी त्यौहार काले मनते आ रहे हैं। जिला प्रधान बसंत कुमार ने कहा कि सरकार दमन विरोधी नीति को छोड़ें और कर्मचारियों की समस्याओं व मांगों का समाधान करें।
जुलाना (जींद) (हप्र) : लघु सचिवालय के बाहर ग्रामीण सफाई कर्मचारियों ने सोमवार को सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए अनदेखी का आरोप लगाया। इस दौरान धरने की अध्यक्षता यूनियन के जिला कार्यकारी प्रधान ईश्वर बुआना व जबकि संचालन सचिव पवन कुमार ने किया। धरने को सीटू नेता कॉमरेड रमेश चन्द्र, सीटू सचिव कपूर सिंह, ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन के नेताओं कृष्ण लजवाना व राजेन्द्र टांक ने सम्बोधित किया। उन्होंने बताया कि 17 साल से कच्चे कर्मचारी के तौर पर काम कर रहे ग्रामीण सफाई कर्मचारी पक्का करने की मांग को लेकर ह?ताल पर है। प्रदेशभर का ग्रामीण सफाई कर्मचारी कच्चे कर्मचारी के तौर पर काम करते हुए भयंकर शोषण का शिकार होते आ रहे हैं।
यहां भी धरना
रेवाड़ी (हप्र) : लघु सचिवालय के पास 16 सूत्रीय मांगों को लेकर ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की हड़ताल व धरना सोमवार को भी जारी रहा। इस अवसर पर मुकेश, रवि, गुल्लुचंद, नागपाल, सवाई सिंह, ग्यारसा, विक्रम ने कहा कि सरकार दमन विरोधी नीति को छोड़े व कर्मचारियों को भी इंसान समझते हुए वार्ता करें और मांगों का समाधान करें।