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पेंशन मुद्दे पर हंगामा, विपक्ष का वॉकआउट

11:38 AM Aug 14, 2022 IST
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शिमला, 13 अगस्त (निस)

हिमाचल विधानसभा मानसून सत्र के आखिरी दिन आज विपक्षी दल कांग्रेस ने पुरानी पेंशन योजना बहाली के मुद्दे पर पहले सदन में भारी हंगामा किया और बाद में पूरा विपक्ष सदन से वाकआउट कर बाहर चला गया। विपक्ष ने ये हंगामा और वॉकआउट इस मुद्दे पर चर्चा की अनुमति नहीं दिए जाने के विरोध में किया। विपक्ष ने इस संबंध में बीते रोज नियम 67 के तहत विधानसभा अध्यक्ष को नोटिस दिया था और इस मुद्दे पर तुरंत चर्चा कराने की मांग की थी। विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने विपक्ष के इस नोटिस को रद्द कर दिया। उन्होंने दलील दी कि इस मुद्दे पर नियम 278 के तहत अविश्वास प्रस्ताव के दौरान व्यापक चर्चा हुई थी। ऐसे में फिर से चर्चा की अनुमति का कोई औचित्य नहीं है।

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विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने व्यवस्था की दी कि इस मुददे पर पहले ही नियम 278 के तहत लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के दौरान लंबी चर्चा हो चुकी है, इसलिए इस नोटिस को रदद करते हैं। इसके बाद दोबारा से सदन में हंगामा आरंभ हो गया और पूरा विपक्ष दूसरी बार सदन के बीचोबीच नारेबाजी के लिए पहुंच गया। कुछ देर तक नारेबाजी हंगामे के बाद विपक्ष सदन से वॉकआउट कर बाहर चला गया।

संसदीय कार्यमंत्री सुरेश भारद्वाज ने विपक्ष के हंगामे और वॉकआउट की निंदा की और कहा कि सरकार विपक्षी सदस्यों द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब पर लाखों रुपए खर्च करती है, लेकिन विपक्ष प्रश्नकाल में हिस्सा लेने की बजाय हंगामे को प्राथमिकता देता है। उन्होंने कहा कि विपक्ष जनता के पैसे की बर्बादी कर रहा हैा।

कांग्रेस नेता आशा कुमारी ने उठाया मुद्दा

सदन की कार्यवाही आरंभ होते ही कांग्रेस सदस्य आशा कुमारी ने नियम 67 के तहत स्थगन प्रस्ताव का मुददा उठाया और ओपीएस के मामले पर तुरंत चर्चा की मांग की। उन्होंने कहा कि आज न्यू पेंशन स्कीम के कर्मचारी पुरानी पेंशन योजना की बहाली की मांग को लेकर शिमला में प्रदर्शन के लिए पहुंचे हैं और इसके चलते पूरा शिमला जाम हो गया है। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने भी आशा कुमारी की मांग का समर्थन किया और प्रदेश सरकार को कर्मचारी विरोधी बताया। संसदीय कार्यमंत्री सुरेश भारद्वाज ने सफाई पेश की लेकिन विपक्ष ने विरोध किया। चर्चा की अनुमति न दिए जाने के विरोध में विपक्ष ने वॉकआउट कर लिया।

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