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पांच साल में ढाई करोड़ ही खर्च पाये रोहतक सांसद : दीपेंद्र हुड्डा

11:36 AM Apr 03, 2024 IST
सांपला में मंगलवार को जनसंपर्क अभियान के दौरान लोगों से मुलाकात करते कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा। -निस

रोहतक, 2 अप्रैल (निस)
कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि वो रोहतक लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे और पार्टी हाईकमान का उन्हें पूरा आशीर्वाद मिलेगा। उन्होंने कहा कि रोहतक की सीट केवल सांसद बनाने के लिए नहीं, बल्कि हरियाणा की अगली सरकार की नींव रखेगी। दीपेंद्र हुड्डा ने यह बात सांपला में जनसंपर्क अभियान के दौरान कही। सांसद ने भाजपा सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग करके विपक्ष की आवाज दबाने का काम कर रही है, यह लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि दो बड़े प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों ने जेल भेजा है, जो ठीक नहीं है। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि जनता इस बात से आहत है कि मौजूदा सांसद इलाके में विकास की कोई नई परियोजना नहीं ला सके। इतना ही नहीं, भाजपा सांसद केंद्र सरकार से मिलने वाली अपनी सांसद निधि को भी जनता पर खर्च नहीं कर सके। उन्होंने आरोप लगाया कि पांच साल के कार्यकाल में भाजपा सांसद ने सिर्फ ढाई करोड़ रुपए खर्च किए। अपनी राशि खर्च करने में हरियाणा के तमाम सांसदों में वो पीछे रहे हैं। जनता इस बार इन तमाम मुद्दों को ध्यान में रखते हुए वोट करेगी। रोहतक ही नहीं पूरे हरियाणा में कांग्रेस की स्थिति लगातार मजबूत हो रही है। उन्होंने कहा कि जो भाजपा पार्टी में शामिल हो जाता है, वह पाकसाफ हो जाता है। कांग्रेस सांसद ने कहा कि दुष्यंत चौटाला के परिवार पर संपत्ति को लेकर केस चल रहे थे, लेकिन भाजपा के साथ समझौता होने पर सारे केस दबा दिए गए।

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‘किसानों से बदला ले रही भाजपा सरकार’

कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए सांसद ने कहा कि भाजपा सरकार किसान, मजदूर और आढ़तियों से बदला ले रही है, क्योंकि इन तीनों ने मिलकर तीन कृषि कानून को लागू नहीं होने दिया और हरियाणा में प्राइवेट मंडियां नहीं बनने दी थी। इसी बौखलाहट के चलते अब सरकार जानबूझकर सुचारू रूप से सरसों और गेहूं की खरीद नहीं कर रही। सरकार साजिश के तहत किसानों को प्राइवेट एजेंसियों के हवाले कर रही है। प्राइवेट खरीदार किसानों की मजबूरी का लाभ उठाते हुए एमएसपी से 1000 रुपये कम रेट पर सरसों खरीद रहे हैं। एक तारीख से खरीद का ऐलान करने के बावजूद गेंहू की सुचारू खरीद भी अब तक शुरू नहीं हुई।

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