समृद्ध वैदिक परंपरा
एक बार स्वामी विवेकानंद से जब उनके एक भारतीय मित्र ने अमेरिका की सबसे खतरनाक बीमारी के बारे में पूछा तो स्वामी जी ने कहा कि अमेरिकी लोगों को सबसे अधिक मानसिक बीमारी का शिकार होना पड़ता है। इस बीमारी की वजह पूछने पर स्वामी विवेकानंद ने अपने मित्र को उत्तर दिया कि उनके जीवन की तेजी औरों से अधिक है। अमेरिका में कोई आराम से नहीं चलता, बल्कि दौड़ता है अर्थात् सब एक-दूसरे से आगे जाने की सोच रखते हैं। कोई भी व्यक्ति आराम से बात नहीं करता, वे लोग केवल काम की ही बात करते हैं। बाकी देशों के लोग भी अमेरिका से प्रतियोगिता में लग गए हैं जिसके कारण वे एक महीने में पूरा होने वाला काम एक दिन में ही ख़त्म करने की कोशिश करने लगे हैं। यही कारण है कि और देश के लोगों में भी अमेरिका जैसी मानसिक बीमारी फैलने लग गई है। भारत वैदिक परंपरा का अनुयायी रहेगा तो यहां अवसाद अपना स्थाई घर नहीं बना सकेगा।
प्रस्तुति : मुग्धा पांडे