बागियों ने ईमान बेचकर किया जनता के वोट का अपमान
शिमला, 16 मार्च (हप्र)
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शनिवार को जिला बिलासपुर के एक दिवसीय दौरे के दौरान झंडूता, श्री नैना देवी जी, घुमारवीं और सदर बिलासपुर विधानसभा क्षेत्रों में 445 करोड़ रुपये की 37 विकास परियोजनाओं की सौगात दी।
मुख्यमंत्री ने पंजपीरी-कुटैहला-बगछाल सम्पर्क मार्ग पर गोविन्द सागर जलाशय पर 64 करोड़ रुपये से निर्मित 330 मीटर लंबे पुल का लोकार्पण किया। यह पुल भारत के सबसे लंबे केंटीलीवर पुल में शामिल है।
मुख्यमंत्री ने झंडूता विधानसभा क्षेत्र के लग में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि बगछाल पुल के निर्माण से बिलासपुर जिला के कोटधार क्षेत्र की जनता व्यापक स्तर पर लाभान्वित होगी। उन्होंने कहा कि बगछाल सड़क को डबल लेन करने के लिए 58 करोड़ रुपये प्रदान किए जाएंगे।
सुक्खू ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के छह विधायकों ने राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के विरुद्ध मतदान किया। उन्होंने कहा कि ईमान बेचने वाला हमेशा डरता है, जबकि स्वाभिमानी व्यक्ति कभी नहीं डरता है। जो लोग जनता के वोट से सत्ता नहीं बना सके, वे धन बल से सत्ता हथियाना चाहते हैं।
भाजपा में मुख्यमंत्री पद की होड़ लगी है। बागी एक जगह से दूसरी जगह जा रहे हैं। बागियों ने जनता के वोट का अपमान किया है। जनता को उन्हें अपने वोट की ताकत का अहसास कराना चाहिए। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा ‘उम्मीद नहीं की थी कि जिस कांग्रेस पार्टी की विचारधारा पर चुन कर आने वाले छह विधायक पार्टी को धोखा देंगे। सरकार को अस्थिर करने के लिए मेरे इस्तीफे की अफवाहें फैलाई गई। अब हिमाचल प्रदेश की जनता भी उनके कभी माफ नहीं करेगी।’ उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार सकारात्मक दृष्टिकोण और दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ कार्य कर रही है। जिन लोगों ने सरकार और लोकतंत्र के साथ विश्वासघात किया है, उन्हें प्रदेश की जनता करारा जबाव देगी।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जिला बिलासपुर के घुमारवीं में एक जनसभा को संबोधित करते हुए भराड़ी को तहसील बनाने, घुमारवीं में एक बड़ा प्रोफेशनल तकनीकी संस्थान खोलने तथा त्यूण किला को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए समुचित धनराशि उपलब्ध कराने की घोषणा की।