रतिया पंचायत समिति अध्यक्ष की कुर्सी बची
मदनलाल गर्ग/हप्र
फतेहाबाद, 3 जनवरी
रतिया पंचायत समिति अध्यक्ष के खिलाफ आए अविश्वास प्रस्ताव के लिए बुलाई गई बैठक एक बार फिर स्थगित कर दी गई है। इसका कारण एडीसी का छुट्टी पर चले जाना बताया गया है। हालांकि इसके पीछे राजनीतिक कारण बताए जा रहे हैं।
पता चला है कि कांग्रेस समर्थक पंचायत समिति अध्यक्ष केवल कृष्ण के साथ अपने सहित 8 सदस्य हैं जबकि अविश्वास प्रस्ताव पास करवाने विरोधी गुट को 15 सदस्यों की आवश्यकता है। एक महीने की भागदौड़ के बाद भी अभी तक विरोधी गुट केवल मेहता के ग्रुप से एक सदस्य भी तोड़ने में नाकाम रहा है। कुल 22 पंचायत सदस्यों में से केवल मेहता को कुर्सी बचाने के लिए 8 सदस्यों की जरूरत है।
इससे पहले प्रशासन ने 4 दिसंबर को बैठक बुलाई थी, लेकिन उस दिन भी एडीसी के छुट्टी पर चले जाने से बैठक स्थगित कर दी गई।
इसी बीच 1 जनवरी की सायं को पंचायत समिति सदस्य नवीन के भाई ने पंचायत समिति अध्यक्ष केवल कृष्ण मेहता पर उसके भाई का अपहरण करने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवा दिया जबकि उसी दिन रात को पंचायत समिति सदस्य नवीन ने अध्यक्ष पर लगाए आरोपों को झूठा बताया। इसको लेकर रात को ही सदस्य नवीन ने एसएचओ से लेकर एसपी तक को फोन करके अपहरण की बात को नकारा तथा अगले दिन 2 जनवरी को पुलिस से मिलकर हल्फिया बयान देकर दर्ज मामला रद्द करने की मांग की।
भाजपा का एक गुट कर रहा मदद
गौरतलब है कि चुनावों में टिकट न मिलने पर भाजपा छोड़कर कांग्रेस में गए पूर्व विधायक लक्ष्मण नापा के साथ केवल मेहता भी कांग्रेस में चले गए। अब भाजपा का एक ग्रुप विरोधियों की मदद कर रहा है तो भाजपा का दूसरा ग्रुप केवल मेहता के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को गिराने के लिए लगा है।