दक्षिण हरियाणा के चुनाव परिणामों में दिखा राव इंद्रजीत का दबदबा
अजय मल्होत्रा/हप्र
भिवानी, 10 अक्तूबर
लोकसभा चुनाव में दक्षिण हरियाणा में अपना लोहा मनवाने वाले केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत विधानसभा चुनाव में भी भिवानी-महेंद्रगढ सहित समूचे दक्षिण हरियाणा में अपना वर्चस्व बनाए रखने में कामयाब रहे हैं। ऐसे मेें उनकी बेटी आरती राव को हरियाणा मंत्री मंडल में उप-मुख्यमंत्री का दर्जा देने की मांग उठने लगी है ताकि उत्तर व दक्षिण हरियाणा में एक संतुलन बनाए जा सके।
2019 के विधानसभा चुनावों में जहां भाजपा को भिवानी-महेंद्रगढ़ में केवल 6 सीटों से संतोष करना पड़ा था वहीं अबकि बार 8 सीटें भाजपा के खाते में आई हैं। विशेषतौर पर जाटलैंड की चरखी दादरी व बाढड़ा सीटें भी बहुत कम अंतर से भाजपा जीती है।
इन दोनों सीटों पर राव इंद्रजीत ने प्रचार किया था और भिवानी व चरखी दादरी की पांचों सीटों पर यहां के अहीर मतदाताओं पर राव इंद्रजीत का अच्छा-खासा प्रभाव है। भिवानी जिले के बवानीखेड़ा विधानसभा क्षेत्र में बड़ी संख्या में मतदाता हैं, जिन पर राव इंद्रजीत का अच्छा खासा-प्रभाव है। राव इंद्रजीत ने अपने पिता पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय राव विरेंद्र सिंह के गढ़ दक्षिण हरियाणा में उनकी विरासत को भी पूरी तरह बरकरार रखा है। राव विरेंद्र भी कभी महेंद्रगढ़ से ही विधायक रहे हैं और उनका भी दक्षिण हरियाणा में कभी अच्छा-खासा दबदबा था।
भिवानी-महेंद्रगढ की 9 में से 4 सीटों पर भाजपा द्वारा उम्मीदवार भी कहीं न कहीं राव इंद्रजीत की सहमति से खड़े किए गए थे जिनमें बाढड़ा, महेंद्रगढ, अटेली व नारनौल की सीटें शामिल हैं।
दक्षिण हरियाणा की बावल, रेवाड़ी, पटौदी, गुरुग्राम, कोसली आदि सीटों पर भी राव इंद्रजीत समर्थक भाजपा उम्मीदवार विजयी हुए हैं। ऐसे में राव इंद्रजीत ने एकबार फिर से दक्षिण हरियाणा में अपना वर्चस्व कायम रखा है।
गत तीन लोकसभा चुनाव में भी भिवानी-महेंद्रगढ सीट से धर्मबीर को टिकट दिलवाने और अहीरवाल में उन्हें जितवाने में भी राव इंद्रजीत ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
गौरतलब है कि भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, गुरुग्राम व रेवाड़ी आदि जिलों में अहीर मतदाताओं की अच्छी खासी संख्या है जिन पर राव का अच्छा-खासा प्रभाव माना जाता है। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहरलाल से राव इंद्रजीत का कई मामलों में विवाद भी रहा है जो कि समय समय पर मीडिया की सुर्खिया भी बना है, लेकिन बावजूद इसके दक्षिण हरियाणा में भाजपा हाईकमान ने राव इंद्रजीत के महत्व को कभी कम नहीं आंका।
राव इंद्रजीत के प्रभाव को देखते हुए अब क्षेत्र में यह चर्चा है कि उत्तर हरियाणा से मुख्यमंत्री का पद नायब सैनी को दिया गया है। ऐसे में संतुलन बनाने के लिए दक्षिण हरियाणा से आरती राव को उप-मुख्यमंत्री बनाया जाए।
भाजपा महिला बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ की प्रदेश सह संयोजक माया यादव व उनके समर्थकों ने कहा कि राव इंद्रजीत सिंह का दक्षिण हरियाणा में व्यापक असर ध्यान में रखते हुए पार्टी को उनकी बेटी आरती राव को उप-मुख्यमंत्री का पद आवश्य देना चाहिए। उन्होंने कहा कि राव इंद्रजीत की बदोलत पार्टी ने लगभग एक दर्जन सीटों पर जीत हासिल की है।