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राव इंद्रजीत की पसंद भाजपा के लिए सर्वोपरि, मिल सकती हैं 8 से 9 टिकटें!

10:28 AM Sep 04, 2024 IST
नयी दिल्ली में मंगलवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात करते राव नरबीर सिंह।

दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 3 सितंबर
हरियाणा में अहीरवाल बेल्ट के तहत आने वाले हलकों की टिकट आवंटन में इस बार केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की पसंद-नापसंद को भाजपा नेतृत्व ने बड़ा महत्व दिया है। माना जा रहा है कि राव इंद्रजीत सिंह के कहने पर आठ से नौ नेताओं को टिकट मिल सकती है। गुरुग्राम के बादशाहपुर हलके पर हर किसी की नजर लगी थी। यहां से पूर्व मंत्री राव नरबीर सिंह का टिकट अब फाइनल होता लग रहा है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ मंगलवार को नई दिल्ली में राव नरबीर सिंह की मुलाकात के बाद नये समीकरण बने हैं।
इसे पहले राव नरबीर सिंह के कांग्रेस में जाने की अटकलें भी लगाई जा रही थीं। राव नरबीर भी इसके संकेत दे चुके थे और कांग्रेस के नेताओं ने भी यह बात स्वीकार की थी कि राव नरबीर सिंह से बातचीत हुई है।
सूत्रों का कहना है कि राव नरबीर सिंह के कद को देखते हुए पार्टी नेतृत्व ने उनकी टिकट पर नये सिरे से मंथन किया। यहां से पूर्व सांसद डॉ़ सुधा यादव का नाम भी चर्चाओं में था। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के ओएसडी रहे जवाहर यादव बादशाहपुर से टिकट के दावेदार खुद को बता रहे थे। बताते हैं कि उनके नाम पर केंद्रीय नेतृत्व ने शुरुआती दौर में ही कैंची चला दी थी। बहरहाल, बादशाहपुर से राव नरबीर सिंह के चुनाव लड़ने के आसार हैं। अमित शाह से मुलाकात के बाद उनकी गुरुग्राम में सिविल लाइंस स्थित कोठी के बाहर पटाखे भी फोड़े हैं। ये टिकट फाइनल होने के संकेत हैं। पटौदी विधायक सत्यप्रकाश जरावता का टिकट कटना तय हो गया है। उनकी जगह राव इंद्रजीत सिंह की सिफारिश पर पूर्व विधायक बिमला चौधरी को टिकट की उम्मीद है।
सोहना विधायक व राज्य मंत्री संजय सिंह की टिकट भी लगभग कट चुकी है। सूत्रों का कहना है कि राव इंद्रजीत सिंह की सिफारिश पर ही सोहना से इस बार पूर्व विधायक तेजपाल तंवर को चुनाव लड़वाया जा सकता है। 2014 में भाजपा टिकट पर तेजपाल तंवर सोहना से विधायक बने थे लेकिन 2019 में उनका टिकट कट गया था। गुरुग्राम के मौजूदा विधायक सुधीर सिंगला की जगह इस बार यहां से मुकेश शर्मा को टिकट मिलने की उम्मीद है। मुकेश शर्मा बादशाहपुर से निर्दलीय चुनाव लड़ चुके हैं।

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रेवाड़ी में कई को झटका

रेवाड़ी सीट पर भी इस बार भाजपा टिकट के कई बड़े दावेदारों को झटका लग सकता है। दिल्ली से जुड़े सूत्रों का कहना है कि कोसली के मौजूदा विधायक लक्ष्मण यादव को रेवाड़ी शिफ्ट किया जा सकता है। यहां से इंद्रजीत सिंह के करीब सुनील मूसेपुर भी टिकट के प्रबलतम दावेदार हैं। दोनों का नाम चर्चाओं में है। पूर्व विधायक रणधीर सिंह कापड़ीवास, उनके भतीजे मुकेश कापड़ीवास के अलावा अरविंद यादव भी टिकट के प्रबल दावेदारों में शामिल हैं।

जाकिर हुसैन की टिकट पर भी संशय

नूंह से पिछली बार भाजपा टिकट पर चुनाव लड़ने वाले पूर्व विधायक जाकिर हुसैन की टिकट पर इस बार संकट के बादल दिख रहे हैं। राज्य सरकार ने जाकिर हुसैन को वक्फ बोर्ड का चेयरमैन बनाया हुआ था। इस बार नूंह से भाजपा गैर-मुस्लिम चेहरा उतार सकती है। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के सदस्य रहे ठाकुर सुरेंद्र ‘पिंटू’ का नाम नूंह से चर्चाओं में है। नूंह के उजीना गांव के रहने वाले पिंटू का नाम भाजपा के पैनल में बताया जा रहा है।

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रामबिलास, अभय भी लड़ेंगे

सूत्रों का कहना है कि पूर्व शिक्षा मंत्री प्रो़ रामबिलास शर्मा को इस बार भी महेंद्रगढ़ से ही चुनाव लड़वाया जाएगा। पार्टी प्रदेशाध्यक्ष रह चुके रामबिलास शर्मा प्रदेश भाजपा के सबसे पुराने चेहरों में शामिल हैं। वहीं नांगल-चौधरी विधायक व सिंचाई राज्य मंत्री डॉ अभय सिंह यादव का टिकट भी केंद्रीय चुनाव समिति कंफर्म कर चुकी है। नारनौल के मौजूदा विधायक व पूर्व राज्य मंत्री ओमप्रकाश यादव की टिकट को लेकर भी राव इंद्रजीत सिंह द्वारा पैरवी किए जाने की सूचना है। माना जा रहा है कि ओपी यादव की सीट बच सकती है।

आरती राव का अटेली से लड़ना तय : केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती राव का अटेली से चुनाव लड़ना तय है। यहां के मौजूदा विधायक सीताराम का टिकट कट चुका है। आरती राव की राजनीति एडजस्टमेंट के लिए राव इंद्रजीत सिंह ने पिछले चुनावों में भी कोशिश की थी। वहीं बावल हलके से दो बार के विधायक और पीडब्ल्यूडी मंत्री डॉ़ बनवारी लाल की टिकट पर भी बड़ा संशय है। उनकी जगह इस बार भरत सिंह को टिकट मिल सकता है। 2005 में भरत सिंह ने कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़ा था। बाद में वे राव इंद्रजीत सिंह के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे।

कोसली से अनिल ढहीना का नाम

मुख्यमंत्री के ओएसडी रहे अभिमन्यु राव कोसली से टिकट के प्रयास लम्बे समय से कर रहे हैं। उन्हें टिकट मिलने की संभावना अब लगभग खत्म हो चुकी है। यहां के मौजूदा विधायक लक्ष्मण यादव को रेवाड़ी शिफ्ट करने की स्थिति में पार्टी अनिल यादव पर दांव लगा सकती है। ढहीना गांव के रहने वाले अनिल यादव की गिनती राव इंद्रजीत सिंह के नजदीकियों में होती है। मौजूदा कोसली हलका पहले जाटूसाना होता था, यह राव इंद्रजीत सिंह की परंपरागत सीट रही है।

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