अग्रसेन जयंती के उपलक्ष्य में रामलीला मंचन
भिवानी, 12 अक्तूबर (हप्र)
स्थानीय सेठ किरोड़ीमल पार्क में श्री अग्रसेन रामलीला कमेटी द्वारा महाराजा अग्रसेन जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित चार दिवसीय संपूर्ण रामलीला मंचन के तीसरे दिन लंका दहन, लक्ष्मण मूर्छा व मेघनाद वध की जीवंत प्रस्तुति दी गई।
लंका दहन के दौरान हनुमान व लंका के सेनानियों के बीच संवाद पर भी खूब ठहाके लगे। लंका दहन का दृश्य अचंभित करने वाला था। लक्ष्मण मूर्छा के समय संवाद तो जटिल था, लेकिन मेघनाद के किरदार को मुक्तकंठ से सराहा गया। अगली कड़ी में जैसे ही लक्ष्मण मूर्छा का समाचार श्रीराम को मिलता है तो उसके बाद हनुमान संजीवनी लेकर पहुंचते है तो यह देखकर भी दर्शक गदगद हुए। रामलीला के दौरान कलाकारों द्वारा सटीक अंदाज में दी गई प्रस्तुतियों को खूब सराहा।
श्री अग्रसेन रामलीला कमेटी के प्रधान विजय बंसल टैणी व महामंत्री अजय सर्राफ ने बताया कि रामलीला का उद्देश्य प्राचीन परंपराओं को पुर्नजीवित करने का प्रयास है। कोरोना से पहले श्री अग्रसेन रामलीला कमेटी द्वारा रामलीला का आयोजन किया जाता था, लेकिन कोरोना के समय इस पर विराम लग गया था और इसे संक्षिप्त कर इसे केवल एक दिन में समेट दिया जाता था।
एक बार फिर अग्रसेन रामलीला कमेटी द्वारा प्राचीन परंपराओं को फिर से जीवित करने का सार्थक किया जा रहा है। इसी कड़ी में इस बार चार दिवसीय संपूर्ण रामलीला का मंचन किया गया। इसकी समीक्षा के बाद अगले वर्ष इसे और भी विस्तार दिया जाएगा।
इस अवसर पर उपप्रधान पवन भरतिया, सुरेश डब्बेवाला, कोषाध्यक्ष मामनचंद अग्रवाल, सह संयोजक प्रवीण गर्ग एवं सदस्य मुरारीलाल तौला, पवन बुवानीवाला, विनोद गोयल, प्रमोद मिंडुका, उमाकांत भोली, विनोद जैन व अभिषेक बंसल, अधिवक्ता अमन सर्राफ व सचिन सिंगला ने कहा कि रामलीला का मंचन सनातन संस्कृति को बचाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
उन्होंने बताया कि शुक्रवार देर रात तक 100-100 फुट के रावण, कुंभकरण व मेघनाद के पुतले का दहन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि रावण दहन कार्यक्रम को लेकर समुचित व्यवस्था की गई है।