राजेश खुल्लर पावरफुल, अब कैबिनेट रैंक के साथ सीपीएस
चंडीगढ़ (ट्रिन्यू) : हरियाणा सरकार ने सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी राजेश खुल्लर को और भी पावरफुल बना दिया है। सीएम नायब सिंह सैनी ने अपना पदभार ग्रहण करते ही सीएमओ (मुख्यमंत्री कार्यालय) में उनकी पहली पोस्टिंग कर दी है। राजेश खुल्लर को फिर से मुख्यमंत्री का मुख्य प्रधान सचिव (सीपीएस) नियुक्त किया गया है। इस बार उन्हें कैबिनेट मंत्री का भी रैंक दिया गया है। मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद की ओर से शुक्रवार को उनके नियुक्ति आदेश जारी किए गए। हरियाणा में पहली बार किसी ब्यूरोक्रेट्स को कैबिनेट मंत्री का रैंक दिया है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के पहले कार्यकाल में भी खुल्लर मुख्य प्रधान सचिव थे। इससे पहले वह पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रधान सचिव और मुख्य प्रधान सचिव रह चुके हैं। खुल्लर की नियुक्ति तुरंत प्रभाव से लागू हो गई है। कैबिनेट मंत्री के रैंक के साथ उनकी नियुक्ति से स्पष्ट हो गया है कि प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी में अब खुल्लर के हिसाब से ही बदलाव होंगे।
1988 बैच के आईएएस रहे राजेश खुल्लर 31 अगस्त, 2023 को सेवानिवृत्त हुए थे। अगले ही दिन उस समय मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने डीएस ढेसी की जगह उन्हें अपना मुख्य प्रधान सचिव नियुक्त कर दिया था। मनोहर लाल की ‘गुड बुक’ में शामिल रहे खुल्लर 35 वर्षों की सर्विस के दौरान कई जिलों के डीसी, विभागों के मुखिया और प्रशासनिक सचिव भी रहे। वे एफसीआर के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। पहली बार अक्तूबर-2014 में जब भाजपा की सरकार आई तो संजीव कौशल को मुख्यमंत्री का प्रधान सचिव लगाया था।
इसके लगभग एक साल के बाद कौशल की जगह राजेश खुल्लर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव बन गए थे। खुल्लर की खासियत यह है कि वे फाइलों को कभी भी पेंडिंग नहीं रखते। अधिकांश मंत्री और विधायक भी उनके वर्किंग स्टाइल से खुश रहते हैं। पिछले दस वर्षों की सरकार के दौरान सीएमओ में रहते हुए उन्होंने कई पॉलिसी बनाने में भी अहम भूमिका निभाई। दूसरी बार जब मनोहर लाल के नेतृत्व में भाजपा सत्ता में आई तो खुल्लर 2020 तक सीएमओ में रहे। इसके बाद वे वर्ल्ड बैंक में रहे। वहां से लौटने के बाद खुद माह एफसीआर रहे और इसके बाद फिर से सीएमओ में पोस्टिंग हो गई।