तबाही का मंजर छोड़ गयी बारिश, करोड़ों की संपत्ति बर्बाद
कृषि भूमि का बड़ा हिस्सा जलमग्न
कांग्रेस नेता और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी बुधवार को राज्य के कुछ बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर सकते हैं। दोनों राज्यों में अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, पटियाला, रूपनगर, जालंधर, एसबीएस नगर, मोहाली जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। यमुना में आई बाढ़ से मंगलवार को करनाल जिले में कृषि भूमि का काफी बड़ा हिस्सा जलमग्न हो गया। अधिकारियों ने बताया कि दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं तथा दोनों राज्यों के विभिन्न जिलों में राहत केंद्र बनाए गए हैं। सेना की मदद से राज्य आपदा प्रबंधन दल, एनडीआरएफ और विभिन्न सरकारी विभाग राहत और बचाव कार्य में जुटे हैं। खट्टर ने मंगलवार को बाढ़ प्रभावित जिलों के प्रभारी प्रशासनिक सचिवों को उन्हें सौंपे गए क्षेत्रों में जाने और राहत कार्यों की निगरानी करने का निर्देश दिया। पंजाब के मुख्य सचिव अनुराग वर्मा ने भी बारिश से हुए नुकसान की समीक्षा करने और प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य व्यवस्थित करने के लिए मंगलवार को एक उच्च स्तरीय बैठक की। राहत कार्यों की निगरानी के लिए त्वरित कार्यवाही बल का भी गठन किया गया और नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए। अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में स्थायी चिकित्सा शिविर भी स्थापित किए गए हैं।