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मौसम के राग और सावन में आग

06:30 AM Sep 29, 2023 IST
मौसम के राग और सावन में आग
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राजशेखर चौबे

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सावन आते ही भजिए की तलब होने लगती है और बेसन घुलने लगते हैं। कई बार हम भजिए बनाकर उदरस्थ भी कर जाते हैं पर बरसात नहीं होती। ‘सावन में लग गई आग’ गाकर मीका सिंह ने सावन में आग लगाई थी। अब फिर से यही होने वाला है- कैसे? यह आपको अंत में पता चलेगा। सावन में हम शिव भक्ति करते हैं। भक्ति के लिए भगवान जरूरी है पर भगवान की भी कमजोरी और मजबूरी भक्त ही है। भक्त के बिना भगवान अधूरे हैं। भक्त भक्ति में चांद सितारों तक भी पहुंच सकते हैं। जहां चंद्रयान-3 उतरा उसका नामकरण भी हमने प्रभु के नाम पर कर दिया। हम साल में तेरह महीने उत्सव मनाते हैं। नवरात्रि में देवी मां की पूजा करते हैं और पूरे सावन महीने में शिवजी की आराधना करते हैं। इस बार दो महीने तक हमने आठ सावन सोमवार का लुत्फ उठाया।
नारी शक्ति ने जमकर शिव भक्ति की और लोकसभा व विधानसभाओं में 33 प्रतिशत आरक्षण का बहुप्रतीक्षित वरदान पाया। इस बार का डबल सावन उन्नीस वर्ष बाद आया है। पता नहीं अगला डबल सावन कब आएगा? उम्मीद है कि नारी शक्ति वंदन अधिनियम-2023 अगला डबल सावन आने के पहले लागू हो जाएगा। शायद यह अधिनियम नारी उत्पीड़न का समुचित प्रायश्चित है। यह ऐसा मास्टर स्ट्रोक है जो कम से कम दो बार स्ट्राइक जरूर करेगा।
सावन में रुपया और हमारी हैसियत गिरे न गिरे परंतु पानी जरूर गिरता है। पानी गिरेगा तो भीगना भी पड़ेगा। हीरो-हीरोइन भीगते हैं तो फिल्म हिट होती है। उन्हें भीगकर गाना भी गाना पड़ता है। सावन पर हिंदी गानों की भरमार है। इन हिंदी गानों ने ही हमें बताया कि सावन झूम के आता है, सावन भी कुछ कहता है और सावन के महीने में हवा का शोर होता है। जीनत अमान ने सावन को लाखों का और नौकरी को दो टके का बताया है। हालांकि, आज का बेरोजगार युवा इससे सहमत नहीं होगा। केवल फिल्मों में गरजने वाले सनी भाई बताते हैं कि बादल क्यों गरजता है। मुकेश ने गाया है- बरखा रानी ज़रा जमके बरसो। सावन का आनंद बरखा रानी से ही है।
वर्षा न हो तो सावन मनभावन नहीं होता। सावन की गर्मी जेठ की गर्मी पर भी भारी पड़ती है। इसका समाधान निकाला है पेरिस फैशन वीक वालों ने। उन्होंने बियर से चलने वाले कूलिंग सिस्टम से लैस जैकेट बनाया है जो शरीर के तापमान को पांच डिग्री तक ठंडा रखेगा। जैकेट में प्लास्टिक ट्यूब का नेटवर्क है। इस ठंडा ठंडा कूल-कूल जैकेट को पहना भी जा सकेगा और पिया भी जा सकेगा। हम भारतवासी इसे पहनकर यही गाना गाएंगे- सावन में लग गई आग।

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