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पूटा चुनाव नौरा ग्रुप चार पदों पर जीता, एक सीट विरोधियों के खाते में

10:49 AM Sep 04, 2024 IST
चंडीगढ़ में मंगलवार को पंजाब यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन चुनाव में जीते पदाधिकारी व उनके समर्थक विजयी चिन्ह बनाते हुए । -दैनिक ट्रिब्यून

चंडीगढ़, 3 सितंबर (ट्रिन्यू)
पंजाब यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन (पूटा) चुनाव में आज अमरजीत नौरा के पैनल को चार पदों पर जीत मिली जबकि एक पद पर विरोधी पैनल की जीत हुई।
आज 549 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया और अमरजीत नौरा को फिर से प्रधान चुन लिया। हालांकि उप-प्रधान के पद पर अशोक कुमार के पैनल की सुरुचि आदित्य सिमरन कौर को शिकस्त देने में कामयाब रही।
अमरजीत सिंह नौरा को 287 वोट मिले जबकि अशोक कुमार को 244 मतों से ही संतोष करना पड़ा। सुरुचि आदित्य ने 286 वोट हासिल किये और उप-प्रधानी पद पर कब्जा कर लिया। सचिव के पद पर एक बार फिर से डॉ. मृत्युंजय कुमार ने 288 मत लेकर अपनी लोकप्रियता का सबूत दिया। उनके प्रतिद्वंद्वी कुलविंदर सिंह को हार का मुंह देखना पड़ा। संयुक्त सचिव पद पर सुरिंदर पाल सिंह ने 293 मत लेकर जीत दर्ज की और विरोधी विनोद कुमार (246) को हरा दिया।
कोषाध्यक्ष पद के लिये दीपक कुमार को सबसे ज्यादा 305 वोट मिले और उन्होंने अपने विरोधी पंकज श्रीवास्तव (213) को बुरी तरह से पराजित कर दिया। एग्जिक्यूटिव के चुनाव में अशोक ग्रुप की ओर से डेंटल के इकरीत सिंह को ही जीत मिली जबकि शेष सभी नौरा ग्रुप के उम्मीदवारों ने ही जीत का परचम लहराया जिनमें गौतम बहल, खुशप्रीत सिंह बराड़, नितिन अरोड़ा, सुमेधा सिंह, अमिता सरवाल, दीपक गुप्ता, कुलजीत कौर बराड़, केशव मल्होत्रा, नीरज अग्रवाल, जसप्रीत कौर, तंजीर कौर, विजय कुमार के नाम शामिल हैं।
चुनाव में अमरजीत नौरा-मृत्युंजय पैनल को इस बार टीचर्स वॉयस यूनाइटेड फ्रंट के बैनर तले चुनाव लड़े प्रो. अशोक कुमार-कुलविंदर सिंह के पैनल ने कड़ी चुनौती अवश्य पेश की। सात साल तक सत्ता में रहने के बावजूद फिर से जीत जाना नौरा ग्रुप के लिये किसी चमत्कार से कम नहीं है क्योंकि इस बार फैकल्टी का एक गुट उनके खिलाफ प्रचार में लगा था और केशव मल्होत्रा के वर्चस्व को तोड़ना चाहता था जिसमें नवदीप गोयल और जतिंदर ग्रोवर के नाम प्रमुख तौर पर शामिल हैं। जतिंदर ग्रोवर ने तो बाकायदा एक दिन पहले फैकल्टी और मीडिया को एक बयान जारी कर नौरा ग्रुप के खिलाफ काफी कुछ कहा था लेकिन फैकल्टी ने शायद उनकी बातों पर ज्यादा गौर नहीं किया।
अमरजीत नौरा और मृत्युंजय कुमार ने जीत को शिक्षक समुदाय की जीत बताया और कहा कि उन्होंने जो भी वादे किये हैं वे उन्हें पूरा कराने के लिये जी-जान लगा देंगे। उन्होंने कहा कि सभी को साथ लेकर चलेंगे और शिक्षकों के हित के काम करेंगे।

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टॉप पर था रिटायरमेंट एज बढ़ाकर 65 साल करने का एजेंडा

यह पहली बार है कि टीचर्स का मंच पूटा कुलपति के खिलाफ नहीं बोला जबकि प्रतिद्वंद्वी ग्रुप अशोक-कुलविंदर पैनल ने कुलपति को खरी-खोटी सुनायी। फैकल्टी की समस्याओं और मांगों को लेकर दोनों ही ग्रुपों में कोई खास अंतर नहीं था। नौरा ग्रुप ने फैकल्टी को ब्याज समेत एरियर जल्द से जल्द रिलीज कराने का वादा कर रखा है। रिटायरमेंट एज 60 से बढ़ाकर 65 साल किये जाने को भी अपने एजेंडा में टॉप पर रखा था। टीचर्स फ्रंट पैनल ने भी इन्हीं मुद्दों के अलावा एकेडमिक ऑडिट रोकने का वादा किया था और साथ ही पूटा की आम सभा की बैठकों की बहाली करने का भी वादा किया था। नौरा ग्रुप ने ओपीएस लागू कराने को भी अपनी टॉप प्राथमिकता में रखा हुआ है।

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