पंजाब के आढ़ती आज से हड़ताल पर, नहीं करेंगे धान की खरीद
संगरूर, 30 सितंबर (निस)
फेडरेशन ऑफ आढ़ती एसोसिएशन पंजाब और आढ़ती एसोसिएशन पंजाब पहली अक्तूबर से हड़ताल पर जाने के अपने फैसले पर कायम है। हड़ताल के दौरान आढ़ती धान की खरीद नहीं करेंगे। आढ़ती एसोसिएशन पंजाब के अध्यक्ष रविंदर सिंह चीमा ने कहा कि यह हड़ताल मुख्य रूप से केंद्र द्वारा गेहूं की फसल में नमी सूखने के कारण अनाज की आपूर्ति रोके जाने के खिलाफ और अनाज पर ढाई प्रतिशत कमीशन बहाल करने को लेकर है। उन्होंने कहा कि आढ़ती पंजाब सरकार से नाराज़ हैं कि आरडीए का मामला कोर्ट में ले जाया गया, लेकिन उनकी कमीशन दर घटाकर 2.5 प्रतिशत करने की बात एक बार भी नहीं की।
उन्होंने कहा कि पंजाब में 45 हजार आढ़ती हैं। सरकार अन्य वर्गों को मुफ्त बिजली और अन्य सुविधाएं दे रही है, सरकार के लिए आढ़तियों को 192 करोड़ रुपये देना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि गेहूं की कमी में किसानों का क्या दोष है। अगर गेहूं समय पर नहीं उठा और गर्मी के कारण नमी सूख गई और वजन कम हो गया तो इसमें सरकार और ट्रांसपोर्टरों की गलती है।
उन्होंने कहा कि घाटे का पैसा या तो उनके बकायेदारों से काट लिया जाता था या दबाव बनाकर निरीक्षकों द्वारा जबरन ले लिया जाता था। उन्होंने कहा कि अब से 72 घंटे के बाद काटी गई किसी भी फसल के वजन में कमी के लिए वे जिम्मेदार नहीं होंगे। यहां यह उल्लेखनीय है कि पंजाब सरकार एक अक्तूबर से राज्य स्तर पर धान खरीद शुरू करने जा रही है।
उपायुक्त ने किया राजपुरा अनाज मंडी का दौरा
राजपुरा (निस) : पटियाला जिले की सभी 109 मंडियों में 1 अक्तूबर से धान की खरीद के प्रबंध पूरे कर लिये गये हैं। यह जानकारी डिप्टी कमिश्नर पटियाला डाॅ. प्रीती यादव ने राजपुरा की अनाज मंडी का दौरा करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुये दी। उन्होंने बताया कि पटियाला जिले में सब से पहले धान की आवक राजपुरा से शुरू होती है। इस लिये धान की खरीद के संबंध में आज जायजा लिया गया है। जिले की सभी 109 मंडियों में 126 यार्ड बनाये गये हैं सभी में जरूरी प्रबंध किये गये हैं। आढ़तियों व किसानों से बात करते हुये उपायुक्त ने किसानों से अपील की कि अपनी फसल मंडियों में सुखा कर लायें ताकि तय मात्रा में नमी होने पर उन्हें किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि कुदरत मेहरबान रही तो इस बार धान की बम्पर फसल आयेगी। पूरे सीजन में 14.04 मीटिक टन धान की आमद होने की संभावना है।
आढ़त 58 रुपए क्विंटल करने, लोडिंग का लेबर रेट बढ़ाने की मांग
बरनाला (निस) : पंजाब में धान की सरकारी खरीद 1 अक्तूबर से शुरू हो रही है, वहीं आढ़ती एसोसिएशन पंजाब ने धान की खरीद के बहिष्कार का एेलान किया है। इस फैसले का समर्थन करते हुए सब डिवीजन तपा की आढ़ती एसोसिएशन ने भी सब डिवीजन में धान की बोली न लगाने का फैसला किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि पंजाब सरकार ने आढ़त कम कर दी है। इससे मंडी में धान लेकर आने वाले किसानों को परेशानी हो सकती है क्योंकि आढ़तियों के माध्यम से ही मंडी में धान की बोली होती है। जिला आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेश कुमार, महासचिव मनीष कुमार ने कहा कि आढ़तियों को पहले 2.5 प्रतिशत आढ़त मिल रही थी लेकिन 6 साल पहले यह 46 रुपए प्रति क्विंटल तय कर दी गई। सरकार के पोर्टल पर खरीद के दौरान आढ़त 58 रुपए प्रति क्विंटल मिलती है परंतु उन्हें 12 रुपए कम दिए जा रहे हैं। उन्होंने मांग की कि आढ़त 58 रुपए प्रति क्विंटल की जाए, गेहूं में नमी कम होने के कारण काटी गई कमी को वापस किया जाए, लोडिंग का लेबर रेट बढ़ाया जाए, आढ़तियों के 50 करोड़ रुपए ब्याज समेत जारी किए जाएं, मंडियों में बारदाने व लोडिंग-अनलोडिंग का प्रबंध किया जाए।