पंजाब विवि : ओबीसी आरक्षण लागू न पर प्रदर्शन
चंडीगढ़, 17 मार्च (ट्रिन्यू)
पिछले दो साल से छात्र, शिक्षक और सिविल सोसयाटी के सदस्य पंजाब विश्वविद्यालय प्रशासन से भर्ती और प्रवेश में ओबीसी/बीसी आरक्षण लागू करने की मांग कर रहे हैं। पीयू प्रशासन ने इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। इसी के विरोध में प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांगों को लेकर श्रृंखलाबद्ध अनशन शुरू कर दिया है। यह कदम अशोक कुमार समिति की सिफारिशों की अनदेखी को लेकर उठाया गया है। समिति ने स्पष्ट किया था कि 2023 और 2024 की भर्ती और प्रवेश संबंधी विज्ञापन केवल ओबीसी आरक्षण नीति को अंतिम रूप देने के बाद ही जारी किए जाने चाहिए। लेकिन प्रशासन ने 2023 के विज्ञापन जारी कर दिए, जबकि ओबीसी आरक्षण पर कोई निर्णय नहीं लिया। अनशन के पहले दिन सामाजिक कार्यकर्ता लिखमा राम बुधानिया ने अनशन शुरू किया और तत्काल हस्तक्षेप की मांग की। मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने उपराष्ट्रपति और पीयू के चांसलर जगदीप धनखड़ से तुरंत कार्रवाई करने की अपील की। ओबीसी फेडरेशन चंडीगढ़ के अध्यक्ष डॉ. बलविंदर सिंह मुल्तानी ने भी प्रशासन के रवैये की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि शून्य प्रतिशत ओबीसी आरक्षण के साथ किसी भी संस्थान को संचालित करना संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन है। उन्होंने प्रशासन से इस मुद्दे को हल करने की मांग की। एसएफएस, एएसएफ, एनएसयूआई, एएसएफ पंजाबनामा और एएसए सहित कई छात्र संगठनों ने अनशन में शामिल होकर प्रदर्शनकारियों के साथ एकजुटता दिखाई। प्रदर्शनकारियों ने साफ कर दिया है कि जब तक पंजाब विश्वविद्यालय प्रशासन भर्ती और प्रवेश में ओबीसी आरक्षण को लागू करने के लिए ठोस कदम नहीं उठाता, उनका विरोध जारी रहेगा।