Punjab Politics अकाल तख्त पैनल VS शिअद : सदस्यता अभियान को लेकर टकराव
जुपिंदरजीत सिंह/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 16 मार्च
Punjab Politics शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के नेतृत्व को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। अकाल तख्त द्वारा गठित पांच सदस्यीय पैनल ने रविवार को पंजाब के सिख समुदाय से 18 मार्च को स्वर्ण मंदिर पहुंचकर शिअद की सदस्यता लेने की अपील की है। यह कदम शिअद के मौजूदा नेतृत्व को सीधी चुनौती देता नजर आ रहा है, जो पहले से ही 20 जनवरी से अपना सदस्यता अभियान चला रहा है।
अकाल तख्त पैनल की घोषणा
पैनल के प्रवक्ता मनप्रीत अयाली ने कहा कि हम सभी सिखों, पंजाबियों और पंथ प्रेमियों से अनुरोध करते हैं कि वे 18 मार्च को स्वर्ण मंदिर पहुंचें। अरदास के बाद सुबह 11 बजे से सदस्यता प्रक्रिया शुरू होगी।
इस पैनल में मनप्रीत अयाली के अलावा गुरप्रताप वडाला, संता उमैदपुरी, सतवंत कौर और इकबाल झुंडा शामिल हैं। पैनल का दावा है कि यह पहल शिअद को पंथक सिद्धांतों के अनुरूप पुनर्गठित करने और पार्टी के भीतर नेतृत्व परिवर्तन लाने के लिए की गई है।
शिअद का कड़ा ऐतराज
अकाल तख्त के इस कदम से शिअद नेतृत्व असहज हो गया है। शिअद प्रवक्ता दलजीत चीमा ने इसे अवैध करार देते हुए कहा कि शिरोमणि अकाली दल एक पंजीकृत राजनीतिक दल है। इसके संविधान और संरचना को चुनाव आयोग मान्यता देता है। कोई भी व्यक्ति या संगठन इसके नाम और बैनर के तहत समानांतर सदस्यता अभियान नहीं चला सकता। यह पूरी तरह गैरकानूनी है।
शिअद का दावा है कि अब तक 32 लाख से अधिक लोग उसकी सदस्यता ले चुके हैं और यह प्रक्रिया पूरी तरह कानूनी और लोकतांत्रिक है।
18 मार्च : दो विरोधी अभियान, एक तारीख
संयोग से, 18 मार्च को ही शिअद ने अपने संगठनात्मक चुनाव कराने की घोषणा की है। ऐसे में इस दिन दोनों पक्षों के बीच सीधा शक्ति परीक्षण होगा। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यह टकराव शिअद के भीतर गहरे विभाजन का संकेत है, जिसका असर पंजाब की राजनीति पर भी पड़ सकता है। अब देखना यह होगा कि 18 मार्च को किसका पलड़ा भारी पड़ता है।