पीयू सीनेट चुनाव : कॉलेजों की 16 सीटों पर हुआ मतदान
जोगिंद्र सिंह/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 18 अगस्त
पंजाब यूनिवर्सिटी सीनेट के तीसरे चरण के चुनाव आज सम्पन्न हो गये। पीयू के एफिलिएटिड कालेजों के प्रिंसिपल की 8 सीटों के लिये 11 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे। इसी तरह से कालेज स्टाफ की 8 सीटों के लिये भी आज मतदान हुआ। इन 8 सीटों पर 15 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे थे। मतदान के लिये चंडीगढ़ व पंजाब में 62 बूथ बनाये गये थे। प्रिंसिपलों के लिये चंडीगढ़ में 4, अबोहर में भी 4, फाजिल्का में 6, होशियारपुर में 11, लुधियाना में 22, मोगा में 2, श्री मुक्तसर साहिब में 6, नवांशहर में 2 मत पड़े। प्रिंसिपल हलके में कुल 57 वोट पड़े जो कि 96 फीसदी वोट पड़े। चंडीगढ़ व अबोहर में 80 फीसदी तो शेष जगहों पर 100 फीसदी मतदान हुआ। आर्ट्स कालेजों के स्टाफ की 8 सीटों के लिये चंडीगढ़ में 674, अबोहर में 126, फाजिल्का में 154, होशियारपुर में 348, लुधियाना में 686, मोगा में 80, श्री मुक्सतर साहिब में 127, नवांशहर में 11 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। कुल 2206 वोट पड़े यानी 91 प्रतिशत मत पड़े। मतगणना दो दिन बाद यानी 20 अगस्त को होनी है। अभी तक तीन चरणों में 26 सीनेट सदस्यों के लिये मतदान हुआ है।
रजिस्टर्ड ग्रेजुएट कांस्टीचुएंसी को लेकर अभी भी संशय बरकरार
रजिस्टर्ड ग्रेजुएट कांस्टीचुएंसी के चुनाव भी आज होने थे मगर अभी इस कांस्टीचुंसी के चुनाव को लेकर संशय बरकरार है। पीयू गवर्नेंस रिफार्म्स को लेकर चांसलर की ओर से बनायी गयी एक उच्च स्तरीय कमेटी ने भी इस कांस्टीचुेंसी को समाप्त करने की सिफारिश कर रखी है और उसके स्थान पर पांच सीनेटर मनोनीत करने का सुझाव दे रखा है। हालांकि अभी तक रिपोर्ट पर कोई कार्रवाई नहीं हुई क्योंकि रिपोर्ट सीनेट में ही टेबल होनी है। प्रो. केशव मल्होत्रा ने इस संबंध में पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में एक केस भी दायर किया हुआ है। बताया जाता है कि कुछ राज्यों से इसके लिये आवश्यक इजाजत नहीं मिल पायी थी जिस पर पीयू ने इसे री-शैड्यूल करने का फैसला लिया है। हालांकि अभी तक पीठासीन अधिकारी विक्रम नैयर मतदान की कोई तय डेट बता पाने की स्थिति में नहीं हैं। उन्होंने इतना ही कहा कि अभी तक राज्यों से परमिशन नहीं मिली है, राज्यों को फिर से अप्रोच किया जा रहा है, जैसे ही अनुमति मिलेगी डेट तय कर दी जायेगी। अब अगले चरण के चुनाव 23 अगस्त को होने हैं, जिसमें छह आर्डीनरी फेलो चुने जाने हैं। इसके लिये पदेन सदस्यों की एक बैठक कल 19 अगस्त को बुलायी गयी है ताकि फैकल्टी के सचिव की नियुक्ति की जा सके लेकिन इसमें भी कंबाइंड की बैठक नहीं बुलायी गयी है।