चंडीगढ़ में प्रस्तावित कलेक्टर दरों में वृद्धि का विरोध
मनीमाजरा (चंडीगढ़), 17 मार्च (हप्र)
चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा प्रस्तावित कलेक्टर दरों में भारी वृद्धि को लेकर विरोध शुरू हो गया है। सोमवार को कांग्रेस ने कड़ा विरोध जताते हंए चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एचएस लक्की के नेतृत्व में पार्टी नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने डिप्टी कमिश्नर निशांत यादव से मुलाकात की और इस वृद्धि के खिलाफ ज्ञापन सौंपा। एचएस लक्की ने प्रशासन के इस फैसले को अत्यधिक और अनुचित करार देते हुए कहा कि पहले से ही महंगी अचल संपत्ति के बीच इस वृद्धि से आम आदमी का घर खरीदना और भी मुश्किल हो जाएगा। उन्होंने बताया कि कुछ संपत्ति श्रेणियों में कलेक्टर दरों में चार गुना तक बढ़ोतरी हुई है, जो पूरी तरह अनुचित है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने औद्योगिक क्षेत्र पर इस वृद्धि के असर को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि औद्योगिक भूमि के लिए 83,000 रुपये प्रति वर्ग गज की प्रस्तावित दर अत्यधिक है, जो उद्योगपतियों पर अतिरिक्त बोझ डालेगी। इसके अलावा, मध्य मार्ग पर शोरूम की दरों में भी बढ़ोतरी की गई है। जबकि यहां पहले से ही महंगाई का दबाव बना हुआ है। गांवों में आवासीय और वाणिज्यिक संपत्तियों के लिए भी कलेक्टर दरों में अनुचित वृद्धि की गई है, जिससे स्थानीय लोगों को काफी दिक्कतें होंगी। हाउसिंग सोसाइटी के लिए भी दरों में कई विसंगतियां हैं। जिनका जल्द समाधान जरूरी है।
कांग्रेस नेताओं ने मांग की कि कलेक्टर दरों में संशोधन निष्पक्ष और न्यायोचित तरीके से किया जाए। उन्होंने कहा कि पिछली बार भी कलेक्टर दरों में वृद्धि हुई थी, लेकिन वह सीमित और संतुलित थी। जबकि इस बार यह अत्यधिक बढ़ोतरी है। डिप्टी कमिश्नर निशांत यादव ने प्रतिनिधिमंडल की बातों को गंभीरता से सुना और आश्वासन दिया कि प्रशासन इन सभी चिंताओं पर विचार करेगा और उचित सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे।
चंडीगढ़ ट्रेडर्स एसोसिएशन करेगा विरोध प्रदर्शन
कलेक्टर दरों में प्रस्तावित वृद्धि को लेकर चंडीगढ़ ट्रेडर्स एसोसिएशन, सेक्टर 17 की एक आपात बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता एसोसिएशन के अध्यक्ष कमलजीत सिंह पंछी ने की, जिसमें व्यापारियों और विभिन्न हितधारकों ने इस फैसले पर नाराजगी जाहिर की। बैठक में व्यापारियों ने कहा कि 1 अप्रैल 2025 से लागू होने वाली प्रस्तावित दरें आम जनता और कारोबारियों पर भारी आर्थिक बोझ डालेंगी। पंछी ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इस बढ़ोतरी से चंडीगढ़ में संपत्ति खरीदना और कारोबार करना और महंगा हो जाएगा। बैठक में व्यापारियों ने प्रशासन को चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे प्रदर्शन की योजना बनाएंगे।