प्रगतिशील शिक्षक ट्रस्ट एवं साहित्य परिषद ने मनायी भगत सिंह जयंती
नारनौल, 29 सितंबर (हप्र)
भारतीय इतिहास में अमर शहीदी पाने वाले, इंकलाब जिंदाबाद का नारा देने वाले आजादी के महानायक सरदार शहीद भगत सिंह की जयंती पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन प्रगतिशील शिक्षक ट्रस्ट नारनौल एवं अखिल भारतीय साहित्य परिषद् नारनौल के संयुक्त तत्वावधान में ट्रस्ट के रेवाड़ी रोड स्थित कार्यालय में किया गया। इस संदर्भ में जानकारी देते हुए ट्रस्ट के अध्यक्ष संजय शर्मा ने बताया कि भगत सिंह केवल व्यक्ति नहीं विचार विषय पर गोष्ठी की अध्यक्षता वरिष्ठ शिक्षाविद पुरुषोत्तम आर्य ने की तथा विशिष्ठ वक्ता के रूप में पूर्व बाल कल्याण अधिकारी विपिन शर्मा, वरिष्ठ नागरिक संगठन के अध्यक्ष दुलीचंद शर्मा और डा. चंद्रमोहन मौजूद रहे। संचालन परिषद अध्यक्ष डा. जितेन्द्र भारद्वाज ने किया। परिषद के महामंत्री डॉ. पंकज गौड़ ने भगत सिंह के प्रसंग याद करते हुए कहा की कार्य का उद्देश्य महत्व रखता है करने का स्वरूप नहीं। विपिन शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि युवाओं को भगत सिंह से प्रेरणा लेनी चाहिए। नशे की गिरफ्त में जकड़ी युवा पीढ़ी के लिए भगत सिंह का जीवन आदर्श हो सकता है। नरोतम सोनी ने कहा कि भगत सिंह बचपन से वैचारिक रूप से प्रबल रहे। ट्रस्ट के अध्यक्ष संजय शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि भगत सिंह के विचार ही वे हथियार रहे, जिन्होंने भगत का जीवन देश और दुनिया के लिए अविस्मरणीय बना दिया।
डा. जितेन्द्र भारद्वाज ने भगत सिंह के जीवन से जुड़े अनेक प्रसंग सुनाये और दोनों संस्थाओं की तरफ से मेहमानों का आभार प्रकट किया। परिषद उपाध्यक्ष डा. कृष्णा आर्य ने भगत सिंह के जीवन से जुड़ा शानदार गीत पस्तुत किया। अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में पुरुषोतम आर्य ने शहीद भगत सिंह को याद करते हुए, उनसे शिक्षा लेकर, देश के लिए हर कुर्बानी के लिए तैयार रहने का आह्वान किया। इसके आलावा प्राइवेट स्कूल संघ के प्रधान भीमसेन शर्मा, पर्यावरणविद अधिवक्ता कृष्ण शर्मा, परमानंद दीवान और शिव मित्तल ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर शिक्षक श्रीकांत शर्मा, विजय भार्गव, भीमसेन शर्मा, नरोतम सोनी, कृष्णा आर्य, कृष्ण शर्मा एडवोकेट, डा. पंकज गौड़, डा. चन्द्र मोहन, डा. जितेन्द्र भारद्वाज, कौशल शर्मा, शिव मितल, संजय शर्मा, राकेश कुमार प्रवक्ता सहित दोनों संस्थाओं के अनेक सदस्य उपस्थित थे।