प्रगतिशील किसान ने गांव महराना में लगाया मोरिंगा के पौधों का बाग
बिजेंद्र सिंह/हप्र
पानीपत, 6 अक्तूबर
मोरिंगा एक बेहद गुणकारी पौधा है। इसके पेड़ के विभिन्न भाग कई पोषक तत्वों से भरपूर पाये गये हैं, इसलिये इसके विभिन्न भागों को कई प्रकार से उपयोग किया जाता है। मोरिंगा को मनुष्य के लिये सुपर फूड एवं स्वास्थ्यवर्धक माना जाता है। मोरिंगा के पाउडर का सेवन विभिन्न बीमारियों में लाभदायक होता है और इसका तेल भी बेहद गुणकारी माना जाता है। मोरिंगा के पौधे को भारत में सहजन, सुजना, सेंजन और मुनगा आदि नामों से जाना जाता है।
मोरिंगा का पौधा एक बार लगाने से करीब 20 साल तक पत्तियां व बीज देता है। मोरिंगा की पत्तियों से पाउडर, पत्तियों की कच्ची कलियों से सूप का पाउडर व मोरिंगा के बीज से तेल निकलता है।
मोरिंगा के पौधों के स्वास्थ्य के लिये बेहद गुणकारी होने के बावजूद पानीपत जिला में किसी भी किसान ने अभी तक मोरिंगा का बाग नहीं लगाया था। गांव महराना के प्रगतिशील किसान विनोद ने हाल ही में पानीपत के नये शुगर मिल के पास अपनी जमीन में तीन एकड़ में मोरिंगा का बाग लगाया है। किसान विनोद कुमार के अनुसार मोरिंगा के पौधों को 5-5 फीट की दूरी पर लाइनों में लगाया गया है और लाइनों के बीच की दूरी 10 फीट रखी गई है। एक एकड़ में करीब 800 पौधे और तीन एकड़ में करीब 2400 पौधे मोरिंगा के लगाये गये हैं। मोरिंगा का पौधा जमीन में यूरिया खाद की तरह नाइट्रोजन की पूर्ति करता है। हालांकि किसान विनोद कुमार ने मोरिंगा के पौधों के बीच-बीच में अंजीर, लीची व मौसमी के पौधे भी लगाये गये हैं।
किसान विनोद कुमार ने बताया कि मोरिंगा का पौधा अपने औषधीय गुणों के लिए प्रसिद्ध है। इसके पौधे की पत्तियों से पाउडर बनाया जाता है, लेकिन इसके लिये प्रोसेसिंग यूनिट की जरूरत होती है। इसलिए वे इसके लिये प्रोसेसिंग यूनिट लगायेंगे। यूनिट में मोरिंगा के पौधों की पत्तियों का पाउडर बनाकर मार्केट में बेचा जाएगा। उन्होंने बताया की ऑर्गेनिक मोरिंगा पाउडर करीब दो हजार रुपये प्रति किलो बिकता है। मोरिंगा प्रोटीन, विटामिन, मिनिरल्स से भरपूर प्रकृति का सबसे महत्वपूर्ण सुपर फूड है। बता दें कि किसान विनोद कुमार ने गांव महराना में अपनी शिवानी धारा के नाम से तेल निकालने की यूनिट लगाई है, जहां पर सरसों, बादाम, नारियल व अलसी आदि का तेल निकाला जाता है।
बागवानी को बढ़ावा देने के लिये विभाग दे रहा अनुदान
पानीपत के जिला बागवानी अधिकारी डाॅ. शार्दूल शंकर का कहना है कि जिलाभर के किसानों को फलों एवं औषधीय पौधों के बाग लगाने को जागरूक किया जा रहा है। इसके लिये विभाग द्वारा जिला के विभिन्न ब्लाकों में शिविर व कैंप आदि लगाकर किसानों को जागरूक किया जा रहा है। डीएचओ डा. शार्दूल शंकर ने कहा कि पंरपरागत खेती को छोड़कर किसान बाग लगाकर व सब्जियों की खेती करके बहुत अच्छी आमदनी कमा सकते हैं। बागवानी विभाग द्वारा किसानों को इसके लिये अनुदान व ट्रेनिंग आदि दी जाती है।