चुनाव आयोग के फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती देने की तैयारी, लीगल टीम कर रही स्टडी
चंडीगढ़, 31 अगस्त (ट्रिन्यू)
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (एचएसएससी) ने अपनी किसी भी भर्ती प्रक्रिया को रोका नहीं है। हालांकि चुनाव आयोग के फैसले के तहत भर्तियों के नतीजे जारी नहीं किए जाएंगे। चयन आयोग द्वारा चुनाव आयोग के फैसले का लीगल टीम से अध्ययन भी करवाया जा रहा है। चुनाव आयोग के फैसले को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में चुनौती देने पर भी विचार चल रहा है। वहीं आयोग की ओर से ग्रुप-सी और डी के पदों के लिए कॉमन पात्रता परीक्षा (सीईटी) की भी तैयारियां शुरू कर दी हैं। आयोग सीईटी एग्जाम अक्तूबर से दिसंबर के बीच करवाने की प्लानिंग कर रहा है। इसके लिए मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद को पत्र लिखकर परमिशन मांगी है।
यहां बता दें कि राज्य सरकार ने तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के पदों के लिए कॉमन पात्रता परीक्षा को अनिवार्य किया हुआ है। कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन हिम्मत सिंह ने शनिवार को चंडीगढ़ में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि चुनाव आयोग के फैसले के चलते 24 हजार 800 पदों की भर्ती प्रक्रिया के नतीजों पर रोक लगी है।
उनका कहना है कि आयोग की ओर से सभी तैयारियां की जा चुकी हैं। चुनाव आयोग अगर नतीजों को जारी करने पर लगी रोक हटा लेता है तो आयोग को नतीजे घोषित करने में चार से पांच दिन लगेंगे। साथ ही, उन्होंने कहा कि आयोग ने भर्तियों को लेकर वार्षिक कैलेंडर बनाने का फैसला लिया है। इसके लिए तय समय पर सभी प्रकार की परीक्षाएं होंगी। आयोग की पूरी टीम के लिए मीडिया से रूबरू हुए हिम्मत सिंह ने कहा कि नियमों में स्पष्ट है कि पहले से चल रही भर्ती प्रक्रिया को पूरा किया जा सकता है।