पीरियोडोंटोलॉजी रोग से ग्रसित गर्भवती का नि:शुल्क होगा इलाज
यमुनानगर, 27 अप्रैल (हप्र)
डीएवी सेंटेनरी डेंटल कॉलेज यमुनानगर में इंडियन सोसायटी ऑफ पीरियोडोंटोलॉजी के बैनर तले पीरियोडोंटोलॉजी विभाग द्वारा तीन दिवसीय राष्ट्रीय स्तरीय समीक्षा कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम में देश भर के विभिन्न राज्यों के अलावा नेपाल से भी छात्र भाग ले रहे हैं। छात्रों को जागरूक करने के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त विशेषज्ञ पीरियोडोंटोलॉजी/ इम्प्लांटोलॉजी के क्षेत्र में हो बदलावों व नई तकनीकों से छात्रों को अवगत करवा रहे हैं। छात्रों का कहना है कि इस ज्ञान को प्राप्त करने से न केवल उन्हें लाभ होगा बल्कि मरीजों को भी अपना इलाज करवाने में और सुविधा होगी।
इंडियन सोसाइटी ऑफ पीरियोडोंटोलॉजी के आगामी राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. हरप्रीत सिंह ग्रोवर ने बताया कि साइंस ने भी सिद्ध कर दिया है कि पीरियोडोंटोलॉजी रोग के ठीक न होने के चलते हृदय रोग, किडनी संबंधी रोग, शुगर और गर्भवती महिलाओं का बच्चा जल्द होने व बच्चा कमजोर पैदा होने की संभावनाएं रहती हैं। इसी के चलते पीरियोडोंटोलॉजी एसोसिएशन ने केंद्र सरकार से मांग की थी कि जो भी गर्भवती महिलाएं पीरियोडोंटोलॉजी रोग से ग्रस्त है उनका राष्ट्रीय स्तर पर मुहिम चलाकर इलाज अनिवार्य और निशुल्क किया जाए। सरकार से यह भी कहा गया था कि हर 3 महीने बाद गर्भवती महिला का चेकअप कर दांतों की सफाई की जाए। अब सरकार ने उनकी मांग को स्वीकार कर लिया है अब जल्द ही गर्भवती महिलाओं के दांतों का चेकअप कर फ्री इलाज किया जाएगा। ऐसा होने पर पैदा होने वाले बच्चों में यह बीमारी नहीं पनप पाएगी।
एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. गोपालकृष्णन, हरियाणा डेंटल ऑफ काउंसिल के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. गौरव मुंजाल ने भी विचार व्यक्त किये।
इस अवसर पर कॉलेज प्राचार्य डॉ आई के पंडित, पीरियोडोंटोलॉजी विभाग प्रमुख डॉ. निफिया पंडित, पांवटा साहिब डेंटल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. राजन गुप्ता, डॉ. मनीष खत्री, डॉ. विशाखा ग्रोवर कोषाध्यक्ष आईएसपी, डॉ. जीपी चहल सहायक प्रोफेसर और सहायक सचिव आईएसपी-पीरियडेंटल मेडिसिन, डॉ. मीनू प्रोफेसर और वैज्ञानिक संयोजक आईएसपी, डॉ दीपिका बाली, डॉ शालिनी गुगनानी मुख्य रूप से उपस्थित थे।