मुख्य समाचारदेशविदेशखेलपेरिस ओलंपिकबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाआस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकी रायफीचर
Advertisement

सकारात्मक दृष्टि

07:24 AM Jan 01, 2024 IST

एक बार एक व्यक्ति ने कोयल से कहा, ‘तू काली न होती तो कितनी अच्छी होती।’ गुलाब से कहा, ‘तुझमें कांटे न होते तो कितना अच्छा होता।’ समुद्र से कहा, ‘तेरा पानी अगर नमकीन न होता तो कितना अच्छा होता।’ वह व्यक्ति फिर मंदिर गया भगवान से बोला, ‘तू मूर्तियों में न होकर असलियत में होता तो कितना अच्छा होता।’ इतने में भगवान बोले, ‘ऐ मेरे बनाये हुए इंसान अगर तुझमें सिर्फ दूसरों की कमियां ही देखने की आदत न होती तो कितना अच्छा होता।’

Advertisement

प्रस्तुति : अक्षिता तिवारी

Advertisement
Advertisement