यमुनानगर में पुलिस ने किसानों से की धक्कामुक्की
यमुनानगर, 29 अक्तूबर (हप्र)
यमुनानगर में संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्यों को आज पुलिस ने उस समय धक्कामुक्की कर खदेड़ा, जब विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि डीसी से मिलकर उन्हें ज्ञापन देना चाहते थे। पुलिस प्रशासन ने उन्हें रोका तो वह जिला सचिवालय में जाने लगे। इस पर पुलिस ने उन्हें रोका कर धक्कामुक्की कर खदेड़ दिया। इसके बाद किसान नेताओं को पुलिस की बस में भरकर पुलिस लाइन ले जाया गया। बस में किसान नेताओं ने पुलिस प्रशासन और सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
यमुनानगर में किसान सचिवालय गेट के अंदर आ चुके थे, जहां पुलिस ने बैरिकेड लगाए हुए थे। वहां, डीएसपी सहित पुलिस के अन्य अधिकारी एवं प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे। किसानों ने आगे बढ़ने का प्रयास किया तो पुलिस ने उन्हें रोका। इसी दौरान धक्कामुक्की हुई। कुछ किसान धक्कामुक्की में नीचे गिर गए, फिर कुछ किसान वहीं मौके पर ही धरना लगाकर बैठ गए। सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे, जिस पर बड़ी संख्या में पुलिस वालों ने उन्हें पीछे धकेल दिया। जब उन्हें बस में भरकर ले जाया जा रहा था तो उन्होंने पुलिस प्रशासन और सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
संयुक्त किसान मोर्चा के नेता सुभाष गुर्जर, जरनैल सिंह सागवान का कहना है कि जब हम ज्ञापन देने जा रहे थे तो हमें पता चला कि अंदर कुरुक्षेत्र से सांसद नवीन जिंदल और अंबाला से सांसद वरुण मुलाना के साथ प्रशासनिक अधिकारियों की मीटिंग हो रही है। हम भी उन्हें ज्ञापन देना चाहते थे। एसडीएम ने कहा कि 7 किसान आ जाओ, उनसे मिलवा देंगे। एक घंटे बाद कहा कि वह 4 बजे मिलेंगे।
हम ज्ञापन देने के लिए जाना चाहते थे, लेकिन डीएसपी ने लाठी-डंडों-लातों से किसानों की पिटाई करवाई। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन ने उनके साथ ज्यादती की है। इसका जवाब 7 नवंबर को रोष स्वरूप होने वाली किसान संगठनों की सभा में यमुनानगर में दिया जाएगा। किसान नेताओं का आरोप है कि पुलिस ने उन पर ज्यादती की, लाठीचार्ज किया।