PM Modi’s Haryana Visit हिसार से अयोध्या तक पहली उड़ान, PM बोले – वक्फ कानून सही होता तो मुसलमान पंचर न बनाते
हिसार | 14 अप्रैल 2025
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को हिसार से अयोध्या के लिए पहली वाणिज्यिक उड़ान को रवाना कर हरियाणा को एक ऐतिहासिक सौगात दी। उन्होंने महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन की आधारशिला रखते हुए इसे डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती को समर्पित किया और अपने भाषण में कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अगर वक्फ कानून का सही उपयोग होता, तो मुस्लमानों को पंचर नहीं बनाना पड़ता। कांग्रेस ने संविधान के साथ खिलवाड़ किया।
प्रधानमंत्री ने वक्फ कानून में 2013 में हुए संशोधन को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कांग्रेस ने वोटबैंक के लिए ऐसा किया और अब गरीब मुसलमानों की स्थिति पर सवाल उठाने की बजाय दिखावा करती है। उन्होंने कांग्रेस को चुनौती दी कि अगर वह वाकई मुस्लिम समाज की हमदर्द है, तो पार्टी अध्यक्ष किसी मुसलमान को क्यों नहीं बनाती?
‘श्रीराम’ और ‘श्रीकृष्ण’ की धरती हुई एक
प्रधानमंत्री ने कहा कि अयोध्या और हिसार को जोड़ने वाली यह उड़ान ‘श्रीराम और श्रीकृष्ण की धरती को जोड़ने’ का प्रतीक है। उन्होंने बताया कि भविष्य में हिसार से जम्मू, जयपुर, चंडीगढ़ और अहमदाबाद के लिए भी उड़ानें शुरू होंगी। उन्होंने कहा कि जितने अधिक विमान उड़ेंगे, उतने ही अधिक रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। यह विकसित भारत की उड़ान है।
कांग्रेस पर तीखे सवाल, अंबेडकर को लेकर भावुक अपील
पीएम मोदी ने बाबा साहेब अंबेडकर को याद करते हुए कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उसने अंबेडकर के विचारों को हमेशा दबाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने एससी-एसटी वर्ग के साथ न्याय नहीं किया और तुष्टिकरण की राजनीति संविधान की मूल भावना के खिलाफ है।
वक्फ संपत्ति में घोटाले का आरोप
प्रधानमंत्री ने कहा कि वक्फ की संपत्तियों का लाभ गरीबों को मिलना चाहिए था, लेकिन कांग्रेस ने इसे भू-माफिया के हवाले कर दिया। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार हर वर्ग के कल्याण के लिए योजनाएं बना रही है।
नायब सैनी को सराहा, चरण सिंह को भारत रत्न की चर्चा
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी की तारीफ करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि युवाओं को बिना खर्ची-पर्ची के रोजगार देना क्रांतिकारी निर्णय है। इसके साथ ही उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने को किसानों और ग्रामीण भारत का सम्मान बताया।