200 करोड़ के बेचे प्लॉट, जाने का रास्ता नहीं, खरीदार परेशान
गुरुग्राम, 17 अगस्त (हप्र)
हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) ने सेक्टर-47 में एक ऐसी लोकेशन पर लोगों को प्लॉट बेच दिए, जहां तक जाने का रास्ता ही नहीं है। प्लॉट खरीदारों का कहना है कि वे यहां पर प्लॉट लेकर फंस गए हैं। अधिकारियों के खूब चक्कर काट रहे हैं, लेकिन रास्ते को लेकर कोई समाधान नहीं हो पाया है।
जानकारी के अनुसार वर्ष 2022 में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) ने सेक्टर-47 स्थित ई-पॉकेट में लगभग 3 एकड़ जमीन पर प्लॉट्स की नीलामी की गई। यह नीलामी ई तरीके से की गई। प्रति प्लॉट कीमत 5 करोड़ रुपये विभाग की ओर से तय की गई थी। प्लॉट खरीदारों के मुताबिक जब प्लॉट्स की नीलामी हुई थी तो उस समय यहां पहुंचने के दो रास्ते होने की जानकारी दी गई थी। इसी को प्राइम लोकेशन मानते हुए लोगों ने अपनी रकम प्लॉट खरीदने में लगाई। एचएसवीपी विभाग ने इन प्लॉट्स को बेचकर करीब 200 करोड़ रुपये जुटाए हैं। प्लॉट्स बिकने के बाद यहां पर हकीकत दावों से कुछ अलग ही नजर आई।
200 करोड़ रुपये के प्लॉट बेचने के बाद भी विभाग ने यहां पर सुविधाओं के नाम पर कुछ नहीं दिया। वह भी नहीं जो दावा किया गया था। यहां पहुंचने के जो दो रास्ते बताए गए थे, वे भी नहीं हैं।
क्या बोले अधिकारी
रास्ते को लेकर एस्टेट अधिकारी-2 सुमन भाकर ने बताया कि एचएसवीपी की इस जमीन पर फैसिलिटी देने की कार्यवाही शुरू कर दी गई है। जिस रास्ते को लेकर खरीदारों को परेशानी आ रही है, वह रास्ता उन्हें दिया जाएगा। डीटीपी इस रास्ते को जल्द ही साफ करवाएगा।
परेशान लोग जाएंगे अदालत
एचएसवीपी के प्लॉट खरीदारों ने कहा कि उन्हें विभाग सुविधाएं देने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहा। अधिकारियों के खूब चक्कर लगा चुके हैं। कोई संतोषजनक जवाब तक नहीं दिया जाता। इसलिए अब वे अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे। क्योंकि उनकी मोटी रकम यहां पर खर्च हुई है। खरीदारों के मुताबिक जिस जगह पर एचएसवीपी द्वारा प्लॉटिंग की गई, वहां पर एक ओर तो एक बिल्डर ने दीवार बनाई है। दूसरी ओर पहले से ही प्लॉट्स तक जाने का कोई रास्ता नहीं है।