संकरी सड़क पर बने गड्ढे व कीचड़ दे रहे हादसों को न्यौता
रोहतक, 19 अगस्त (हप्र)
जिले के गांव लाखनमाजरा के महम रोड़ पर जलभराव के कारण बने गड्ढे लोगों के लिए परेशानी एवं दुर्घटना का सबब बने हुए हैं। 15-20 मीटर तक रोड़ के बीच में तीन से चार फीट तक कीचड़ युक्त गंदा पानी खड़ा है, जिससे भिवानी, महम, गोहाना जाने वाले वाहन चालकों को मजबूरन लाखनमाजरा गांव की गलियों व टेढ़े मेढ़े रास्तों से होकर जाना पड़ रहा है।
ग्रामीणों का आरोप है कि समस्या काफी समय से बनी हुई है उसके बावजूद पीडब्ल्यूडी विभाग सहित अन्य अधिकारियों ने अभी तक कोई सुध नहीं ली है। गांव के सरपंच संदीप उर्फ मोटा का कहना है कि रोड टूटने की वजह से गांव का पानी भी नहीं निकल पा रहा है।
उन्होंने कहा कि एसडीएम ने 20 अगस्त तक इसका समाधान करने का आश्वासन दिया है।
क्या बोले अधिकारी
महम के एसडीम दलवीर फोगाट ने बताया कि मामला उनकी जानकारी में है। पीडब्ल्यूडी विभाग अधिकारियों को कई बार कहा गया लेकिन कोई काम नहीं हुआ।
उन्होंने कहा कि ड्यूटी मजिस्ट्रेट की नियुक्ति कर रखी है। यह सब काम पीडब्ल्यूडी विभाग को करना है।
जल्दी करेंगे समाधान
पीडब्ल्यूडी विभाग के एसडीओ अरुण कुमार ने माना कि रोड टूटने से वाहन चालकों को दिक्कतें आ रही हैं। विभाग की जमीन पर कुछ लोगों ने अवैध कब्जा किया हुआ है। उसे छुड़वाने की कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। संभव हुआ तो 25 अगस्त को अवैध कब्जा हटवाकर वहां से नई रोड बनाए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
मलकीयत जमीन से निकाला रोड़
कई साल पहले पीडब्ल्यूडी विभाग ने एक ग्रामीण की मिलकीयत जमीन से लाखनमाजरा रोड निकाल दी। जमीन की पैमाइश होने के बाद ग्रामीण को इस बारे में मालूम हुआ। उसने अपनी जमीन वापस पाने के लिए कोर्ट का सहारा लिया। करीब 20 साल केस चलने के बाद वह केस जीत गया। उसने रोड के बीचों-बीच बीच चारदीवारी बनाकर उसे अपने अधीन ले लिया। ग्रामीणों व अधिकारियों द्वारा गुहार लगाए जाने के बाद जमीन मालिक ने वाहनों के आवागमन के लिए 6- 7 फीट रास्ता छोड़ दिया। गांव के सरपंच संदीप का कहना है कि पीडब्ल्यूडी विभाग की जो जमीन थी उस पर अवैध कब्जा है। विभाग अपनी जमीन से कब्जा नहीं छुड़वा रहा। इसी वजह से यह दिक्कतें आ रही हैं। उन्होंने कहा कि अब रोड़ खराब हो चुका है यदि पीडब्ल्यूडी विभाग अधिकारी अपनी जमीन छुड़वाकर वहां से रोड़ निकालें तो इसका स्थाई समाधान हो।