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प्रदेशभर में जनप्रतिनिधि हुए सक्रिय, भिवानी में बनी आर-पार की रणनीति

08:40 AM Jul 16, 2023 IST
प्रदेशभर में जनप्रतिनिधि हुए सक्रिय  भिवानी में बनी आर पार की रणनीति
भिवानी में शनिवार को हरियाणा नगर निकाय चेयरमैन एसोसिएशन के सदस्य बैठक करते हुए। -हप्र
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भिवानी, 15 जुलाई (हप्र)
नगर निकायों के चेयरमैन की डीडी पावर खत्म करने के फैसले से प्रदेशभर में निकाय प्रतिनिधियों में रोष है और अब लामबद्ध होकर इसके विरोध की रणनीति पर काम शुरू किया है। इसके तहत भिवानी में हरियाणा नगर निकाय चेयरमैन एसोसिएशन ने राज्य स्तरीय मीटिंग कर प्रदेश सरकार के फैसले को वापस कराने का संकल्प लिया है। भिवानी जिले में जुटे 40 के करीब नगर परिषद व नगर पालिकाओं के चेयरमैन ने प्रदेश सरकार के इस फरमान के खिलाफ आंदोलन करने का मन बनाया है। एसोसिएशन की प्रदेश अध्यक्ष गोहाना से इंद्रजीत विरमानी, सचिव ऐलानाबाद से रामचंद्र सोलंकी, फिरोजपुर झिरका से मनीष जैन, भिवानी नगर परिषद चेयरपर्सन प्रतिनिधि भवानी प्रताप ने कहा कि शनिवार को हुई बैठक में चार महत्वपूर्ण बिंदुओं पर बातचीत हुई है, जिसमें सरकार द्वारा नगर निकायों के चेयरमैनों के चैक पर हस्ताक्षर की शक्तियां छीने जाने के खिलाफ कोर्ट जाने, व्यापक स्तर पर त्यागपत्र दिए जाने, चेयरमैनों द्वारा किसी भी कार्य पर हस्ताक्षर न करके पेन डाउन करने तथा प्रदेश के भाजपा नेताओं से मिलकर निर्णय को पलटवाने पर चर्चा की गई है। प्रथम चरण में अगले 15 दिनों में प्रदेश के भाजपा जनप्रतिनिधियों से मिलकर उनके सामने अपना पक्ष रखा जाएगा, ताकि नगर निकाय चेयरमैनों को उनकी छीनी गई शक्तियां वापस मिल पाएं। उन्होंने कहा कि चैक पर हस्ताक्षर की शक्तियां छीनकर न केवल प्रदेशभर के जनप्रतिनिधियों की ताकत कम की गई है, बल्कि संवैधानिक तरीके से चुनकर आए जनप्रतिनिधियों पर अविश्वास भी जताया गया है। सरकार का यह कदम लोकतंत्र की हत्या है, इसलिए सरकार को यह निर्णय वापस लेना चाहिए। प्रदेशभर से आए नगर निकाय प्रधानों ने कहा कि जिस प्रकार उनकी शक्तियां छीनकर उनके अधिकार प्रदेश सरकार के अधिकारियों को दिए गए हैं, यह सरासर गलत है। उनकी एसोसिएशन की मुख्यमंत्री से मीटिंग हुई थी, उसमें सरकार की तरफ से यह आश्वासन दिया गया था कि चैक पर हस्ताक्षर की शक्तियां वापस लेने के साथ ही चेयरमैनों को कुछ ऐसे अधिकार दिए जाएंगे कि जिससे जनता के बीच यह मैसेज जाए कि उनकी शक्तियों को कायम रखा गया है, परन्तु सरकार ने अब तक ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया है।
प्रदेश अध्यक्ष गोहाना से इंद्रजीत विरमानी, सचिव ऐलानाबाद से रामचंद्र सोलंकी, भिवानी नगर परिषद चेयरपर्सन प्रतिनिधि भवानी प्रताप, फिरोजपुर झिरका से मनीष जैन, हांसी से प्रवीण इलाहाबादी, महम से प्रधान फतेह सिंह, महेंद्रगढ़ से रमेश सैनी, जींद से गोविंद सैनी, टोहाना से नरेश बंसल, झज्जर से जिले सिंह आदि मौजूद थे।

भाजपा को विश्वास नहीं था तो हमें टिकट क्यों दिया
जनप्रतिनिधियों ने कहा कि उनमें से चुनकर आए अधिकतर नगर निकायों के चेयरमैन भाजपा की टिकट पर जीते हैं। जब भाजपा को उन पर विश्वास ही नहीं था तो फिर उन्हें टिकट क्यों दिया गया। प्रदेश सरकार के इस निर्णय का नगर निकाय जनप्रतिनिधियों पर व्यापक नकारात्मक असर देखने को मिला। जिला स्तर पर अगले 15 दिनों के बाद प्रदर्शन कर राज्य सरकार को चेताने का कार्य करने की बात जनप्रतिनिधियों ने कही।

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