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बंदरों के आतंक से लोग घरों में बंद

08:28 AM Mar 28, 2024 IST
इन्द्री में एक घर के बाहर लोहे के जाल पर बैठा बंदरों का झुंड। -हप्र
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गुंजन कैहरबा/निस
इन्द्री, 27 मार्च
शहर में बंदरों का आतंक बढ़ता जा रहा है। हालात ये होते हैं बंदर बाहर होते हैं और लोग घरों के अंदर बंद रहने को मजबूर होते हैं। बंदरों से बचने के लिए घरों के दरवाजों और छतों के ऊपर लोहे की जालियां लगवानी पड़ रही हैं। इसके बावजूद बंदरों के हमले रूकने का नाम नहीं ले रहे हैं। दरवाजा खुलते ही बंदर घर के अंदर आ धमकते हैं। बंदर लोगों से डरने की बजाय उन पर हमला बोल रहे हैं। बंदरों की वजह से शहर में कई हादसे हो चुके हैं। नगरपालिका प्रशासन से मांग की है कि बंदरों को पकड़ कर सुरक्षित ठिकानों पर छोड़े। कई बार बंदरों के झुंड सड़क पर छा जाते हैं। बाजार में सब्जी व खान-पान की दुकानों पर बंदरों के हमले होते हैं। दुकानदारों को हमेशा सतर्क रहना पड़ता है।
राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, लड़कों के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, राजकीय मॉडल संस्कृति प्राथमिक पाठशाला सहित खंड शिक्षा कार्यालय में आम तौर पर बंदरों के हमले होते हैं। बच्चों को भगाने और नन्हें बच्चों को उनसे सुरक्षित रखने के लिए अध्यापकों को हमेशा सतर्क रहना पड़ता है। शिक्षा कार्यालय में अधिकारियों ने बंदरों को भगाने के लिए विशेष प्रकार की आवाज करने वाली बंदूक ले रखी है। जब बंदरों के झुंड कार्यालय में आते हैं तो बंदूक चलाकर उन्हें जोरदार आवाज से भगाने की कोशिशें की जाती हैं। वार्ड नंबर चार निवासी संतोष, गुंजन गांधी का कहना है कि उन्हें अपने ही घरों में हमेशा दरवाजे बंद करके रहना पड़ता है लेकिन घरों की छतों पर तो पूरी तरह से बंदरों का कब्जा रहता है। छतों पर सूखने के लिए डाले गए कपड़ों के बटनों को नोंच-नोंच कर बंदर उन्हें फाड़ डालते हैं।
शहरवासियों ने बताया कि शहर में घरों के आंगन छोटे होते हैं। आंगन व छतों पर गमलों में लगाए गए पौधों को बंदर एक ही हमले में उजाड़ डालते हैं। गमलों से पौधों को उखाड़ डालते हैं। शहरवासियों ने मांग उठाई कि नगरपालिका को इस मामले में शीघ्र उपाय करने चाहिएं। शहर को बंदर मुक्त करने के उपाय नहीं किए गए तो उनकी आजादी ही छिन जाएगी।

एसडीएम बोले

एसडीएम अशोक कुमार का कहना है कि इस बारे में उनके पास शिकायतें आ चुकी हैं। नगरपालिका ने दो बार बंदर पकड़ने के लिए टेंडर निकाले, लेकिन कोई एजेंसी नहीं पहुंचने के कारण यह काम पूरा नहीं हो पाया है। नपा सचिव को कुटेशन आधार पर बंदर पकड़ने के आदेश दिए थे।

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‘दिलवायेंगे समस्या से मुक्ति’

विधायक रामकुमार कश्यप ने कहा कि बंदरों के कारण आम जन को काफी परेशानियां उठानी पड़ रही हैं। उनके पास भी इस बारे में कई बार शिकायतें आ चुकी हैं। उन्होंने इस बारे में एसडीएम को निर्देश दे रखे हैं। जल्द ही लोगों को बंदरों की समस्या से मुक्ति दिलवाई जाएगी।

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