मोक्ष सेवा ट्रस्ट से जुड़े लोगों ने नगर परिषद के बाहर शुरू किया बेमियादी धरना
बहादुरगढ़, 23 जनवरी (निस)
मोक्ष सेवा ट्रस्ट से जुड़े कई सदस्यों ने नगर परिषद कार्यालय गेट पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है। शहर के कई लोगों ने उनके इस धरने का समर्थन भी किया। ट्रस्ट से जुड़े लोगों ने रामबाग श्मशान भूमि पर चल रहे भ्रष्टाचार को खत्म करने की मांग की। उनका आरोप है कि 2020 में 64 लाख रुपए की लागत से बना गैस आधारित शव दाह गृह अब तक शुरू नहीं किया गया। यहां की टाल में गीली और महंगी लकड़ी मिलती हैं।
लोगों के आरोप
लोगों का आरोप है कि श्मशान भूमि की जमीन पर मलकियत तो नगर परिषद की है लेकिन यहां बनी दुकानों का किराया कौन वसूलता है, इसका कोई हिसाब किताब नहीं दिया जाता। मोक्ष सेवा ट्रस्ट से जुड़े लोग पिछले लम्बे समय से शहर के पुराने बस स्टैंड के सामने स्थित रामबाग शमशान भूमि में नि:शुल्क सेवाएं देते आ रहे हैं। मोक्ष सेवा ट्रस्ट अब तक करीब 150 से ज्यादा लावारिस शवों का विधिवत रूप से अंतिम संस्कार कर चुका है। इतना ही नहीं यहां दूर दराज से शव यात्रा निकालने के लिए नि:शुल्क 2 शव वाहन भी चलाए जा रहे हैं। लेकिन अब इन वाहनों को भी यहां खड़े नहीं होने दिया जाता। ट्रस्ट से जुड़े लोगों का कहना है कि बाहर के कुछ लोग शमशान भूमि में भी भ्रष्टाचार कर रहे हैं। लोगों को महंगे दामों पर गीली लकडिय़ां उपलब्ध करवाई जाती है। इतना ही नहीं दुकानों के किराए का भी हिसाब किताब नहीं दिया जाता। मोक्ष सेवा ट्रस्ट से जुड़े लोगों ने बहादुरगढ़ नगर परिषद के अधिकारियों से इस संबंध में जल्द कार्रवाई करने की मांग की है और कार्रवाई पूरी नहीं होने तक धरना जारी रखना की बात भी कही है। धरने पर सुरेंद्र चुघ, अनिल खुराना, रिंकू सेतिया, नवीन कुमार, नीरज वत्स, योगेश सहगल, पूर्व पार्षद शशि कुमार, रजनीश सेतिया, नरेश वर्मा समेत कई अन्य शामिल रहे।
क्या कहते हैं रामबाग श्मशान घाट समिति प्रधान : रामबाग श्मशान घाट समिति बहादुरगढ़ के प्रधान सतीश राठी का कहना है कि मोक्ष सेवा ट्रस्ट से जुड़े सदस्यों का आरोप बेबुनियाद है। वे बेवजह राजनीति कर रहे हैं। वे आज बाहर हैं। जल्द ही बहादुरगढ़ आकर ट्रस्ट से जुड़े सदस्यों से बातचीत करके इस मामले को सुलझाने का काम करेंगे।