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पानीपत शुगर मिल एचवीपीएन को बेचेगा 32 करोड़ की बिजली

11:05 AM Oct 13, 2024 IST
पानीपत शुगर मिल में बिजली बनाने के लिये लगाई गई 28 मेगावाट क्षमता की टरबाईन। -हप्र

पानीपत, 12 अक्तूबर (हप्र)
पानीपत के गांव डाहर में बने 50 हजार क्विंटल रोजाई पेराई क्षमता के नये शुगर मिल को 2024-25 के पिराई सीजन के लिये चलाने को लेकर मिल की सारी मशीनरी की मेनेटेंस का काम युद्ध स्तर पर जारी है और करीब 65 फीसदी मेंटेनस का काम पूरा हो चुका है।
शुगर मिल के एमडी मनदीप कुमार और चीफ इंजीनियर राजकुमार निरंतर शुगर मिल की मेंटेनस के कार्य की मॉनीटरिंग कर रहे हैं। शुगर मिल की मेंटेनस व उसको चलाने का टेंडर दो साल के लिये ओम इंटर प्राइजेज कंपनी को दिया गया है और इसी कंपनी द्वारा मेंटेनस का कार्य किया
जा रहा है। शुगर मिल प्रबंधन द्वारा 10 नवंबर के आस पास पिराई सत्र शुरू करने को लेकर सारी तैयारियां की जा रही हैं। मिल प्रबंधन ने इस सीजन में 65 लाख क्विंटल गन्ना पिराई का लक्ष्य रखा गया है। जबकि पिछले सीजन में पानीपत शुगर मिल में 63.43 लाख क्विंटल की पिराई हुई थी। मिल में चीनी की रिकवरी पिछले सीजन में 9.29 रही थी, लेकिन इस बार 10 प्रतिशत रिकवरी का लक्ष्य रखा है। पानीपत के नये डाहर शुगर मिल में बिजली का उत्पादन करने के लिये 28 मेगावाट क्षमता की टरबाईन लगाई गई है और टरबाईन द्वारा बनायी गई 7 मेगावाट बिजली से तो शुगर मिल चलता है, जबकि बाकी 21 मेगावाट बिजली को हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम को बेचा जाता है। पिछले सीजन में शुगर मिल द्वारा करीब 27 करोड़ रुपये की बिजली एचवीपीएन को बेची गई थी, लेकिन इस बार 32 करोड़ रुपये की बिजली बेचने का लक्ष्य रखा गया है, जबकि शुगर मिल द्वारा पहले साल में करीब 20 करोड़ की बिजली बेची गई थी और शुगर मिल पिछले दो साल में एचवीपीएन को 47 करोड़ रुपये की टरबाईन से बनी बिजली को बेच चुका है।

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मिल के एमडी बोले

मिल के एमडी मनदीप कुमार ने बताया कि शुगर मिल को चलाने को लेकर मेनेटेंस का करीब 65 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। इस बार शुगर मिल में 65 लाख क्विंटल गन्ना पेराई का और मिल में लगी टरबाईन द्वारा बनी 32 करोड़ रुपये की बिजली एचवीपीएन को बेचने का लक्ष्य रखा है। चीनी की रिकवरी का लक्ष्य भी 10 प्रतिशत रखा है और इस बार सारे लक्ष्यों को हर हालत में पूरा किया जाएगा। पेराई सत्र के दौरान किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होने दी जाएगी।

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