Panchang 2 January 2025: बृहस्पतिवार का व्रत कब करें शुऱू, जानें क्या हैं इस व्रत के नियम
चंडीगढ़, 2 जनवरी (ट्रिन्यू)
Panchang 2 January 2025: बृहस्पतिवार का व्रत हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। यह दिन भगवान विष्णु और बृहस्पति देव को समर्पित है। व्रत रखने से विष्णु जी और माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है, जिससे मनोकामनाएं पूरी होती हैं और विवाह संबंधी परेशानियां दूर होती हैं।
पंडित अनिल शास्त्री के मुताबिक बृहस्पतिवार का व्रत शुरू करने के लिए अनुराधा नक्षत्र और शुक्ल पक्ष की तिथि शुभ मानी जाती है। हालांकि, पौष महीने में नया व्रत शुरू नहीं करना चाहिए। जो पहले से व्रत कर रहे हैं, वे इस मास में पूजा जारी रख सकते हैं।
इस व्रत को 1, 3, 4, 7, 16 बृहस्पतिवार या मन्नत पूरी होने तक रखा जा सकता है। व्रत नियमों के अनुसार, प्रातः स्नान कर व्रत का संकल्प लें। भगवान विष्णु और बृहस्पति देव की पूजा करें। पीले वस्त्र, फूल, केला और केले के पत्ते अर्पित करें। व्रत कथा पढ़ने और विष्णु जी की आरती करने के बाद बिना नमक का भोजन दिन में एक बार ग्रहण करें।
Panchang 2 January 2025: पंचांग तालिका 02 जनवरी 2025
विवरण तिथि/समय
राष्ट्रीय मिति पौष 12, शक संवत 1946, पौष शुक्ल, तृतीया, बृहस्पतिवार, विक्रम संवत् 2081
सौर मास पौष मास प्रविष्टे 19
अंग्रेजी तारीख 02 जनवरी 2025 ई॰
सूर्य स्थिति उत्तरायण, दक्षिण गोल
ऋतु शिशिर ऋतु
राहुकाल अपराह्न 01:30 से 03:00 बजे तक
तिथि तृतीया अर्धरात्रोत्तर 01:09 बजे तक, उपरांत चतुर्थी तिथि
नक्षत्र श्रवण रात्रि 11:11 बजे तक, उपरांत धनिष्ठा नक्षत्र
योग हर्षण अपराह्न 02:58 बजे तक, उपरांत वज्र योग
विजय मुहूर्त दोपहर 02:16 से 02:58 बजे तक
निशिथ काल मध्य रात्रि 12:04 से 12:58 बजे तक
गोधूलि बेला शाम 05:43 बजे
तैतिल करण अपराह्न 01:47 बजे तक, उपरांत वणिज करण
चंद्रमा दिन रात मकर राशि में
आज का जीवन मंत्र
मुश्किलों से लड़ाई तब आसान हो जाती है जब हमारे पास उम्मीदों का हथियार हो।
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डिस्कलेमर: यह लेख धार्मिक आस्था व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribuneonline.com इसकी पुष्टि नहीं करता। जानकारी के लिए विशेषज्ञ की सलाह लें।